दिल्ली. कांग्रेस नेता राहुल गांधी के लंदन में दिए बयान पर संसद में खूब हंगामा हुआ। इस दौरान लोकसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इसी सदन के सदस्य राहुल गांधी ने लंदन में भारत का अपमान किया। मैं मांग करता हूं कि उनके बयानों की इस सदन के सभी सदस्यों द्वारा निंदा की जानी चाहिए, उन्हें सदन के सामने माफी मांगना चाहिए। वहीं राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने भी राहुल गांधी पर निशाना साधा। दोनों सदनों की कार्यवाही हंगामे के बाद 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है।
केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने इस मामले पर कहा कि लोकसभा में राहुल गांधी को जितना समय दिया गया था उससे ज्यादा वो बोले हैं, फिर कैसे बोलते हैं कि उन्हें बोलने का अवसर नहीं दिया जाता। उन्होंने भारत के बाहर भारत का कितना अपमान किया। उन्होंने भारत के लोकतंत्र को बचाने के लिए दूसरे देश से हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया। ये भारत का, भारत के लोकतंत्र का और संसद का अपमान है। वो झूठ बोलकर इस देश का अपमान क्यों कर रहें?
राहुल गांधी ने लंदन में दिया था ये भाषण
1. बीबीसी डॉक्यूमेंट्री का जिक्र करते हुए राहुल ने अपनी स्पीच में कहा हमारे देश में पत्रकारों को डराया जाता है। उन पर हमले होते हैं और धमकियां दी जाती है। वहीं सरकार की बात करने वाले पत्रकारों को पुरस्कार से नवाजा जाता है।
2. राहुल गांधी ने पेगासस के जिक्र करते हुए कहा कि भारत में कई नेताओं के फोन में पेगासस है। मेरे फोन में भी पेगासस था। मुझे इंटेलिजेंस अफसरों ने आगाह किया कि आप जब भी किसी से फोन पर कोई बात कर रहे हों तो बेहद सतर्क होकर करें, क्योंकि आपकी बातों को रिकॉर्ड किया जाता है।
3. प्रवासी भारतीयों को दे रहे भाषण में राहुल गांधी ने कहा, “हमारे देश में सरकार विपक्ष की अवधारणा को इजाजत नहीं देती है। वहां के सांसद में भी यही चीज होती है। सच्चाई तो ये है कि पड़ोसी देश चीन भारत के इलाके में बैठा हुआ है। लेकिन इस पर संसद में सवाल उठाओ तो इसकी इजाजत नहीं दी जाती है। वास्तव में यह शर्मनाक है।
4. राहुल गांधी ने कहा, ‘कितनी अजीब बात है कि भारतीय लीडर कैंब्रिज और हार्वर्ड जैसी जगहों पर आकर अपनी बात कह सकते हैं। लेकिन भारतीय के यूनिवर्सिटी में नहीं रख सकते। सरकार बिल्कुल नहीं चाहती कि विपक्ष किसी मुद्दे पर चर्चा करें।