Raipur News: धर्म को लेकर लगातार बयानबाजी चल रही है। बड़े बड़े राजनीतिज्ञ बढ़ चढ़ कर धर्म के विषय में खुल कर बोल रहे हैं। इसी बीच शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद महराज ने स्पष्ट बयान दिया है कि धर्म के विषय में केवल धर्माचार्य को ही बोलने का अधिकार हैं। राजनीतिज्ञ को नही।
शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद छत्तीसगढ़ प्रवास पर आए हुए हैं। जहां रायपुर एयरपोर्ट में पत्रकारों से धर्मग्रंथों को लेकर हो रही सियासत पर कहा लगातार इस देश में राजनीति ध्रुवीकरण के प्रयास करती रहती हैं। कई तरह से ध्रुवीकरण के प्रयास किए जाते हैं। पहले भी मंडल-कमंडल के नाम से इस तरह की राजनीति की गई है। धर्म के आधार पर ध्रुवीकरण है उसको खत्म कर हिंदू समुदाय में दो भागों में बांटने की साजिश चल रही है। धर्म ग्रंथ के बारे में बोलने का अधिकार केवल धर्माचार्य को होना चाहिए राजनीतिज्ञ को नहीं, जब राजनीतिक धर्म ग्रंथ के बारे में बोलता है तो समझ लेना चाहिए कि धर्म ग्रंथ को मुद्दा बनाकर राजनीति की जा रही है।