अस्पताल की तरह अब एटीएम भी पहुंचा लोगों के द्वार.. मंत्री सिंहदेव ने हरी झंडी दिखाकर किया रवाना..

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रायपुर। बैंकिंग सेवा की कमी वाले इलाकों में अब ग्रामीणों को अपने गांव और हाट-बाजार में ही नगद निकासी की सुविधा मिल सकेगी। छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक मोबाइल एटीएम वेन के माध्यम से यह सुविधा प्रदान करेगी। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने आज नाबार्ड की वित्तीय सहायता से छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक द्वारा तैयार छह मोबाइल एटीएम वेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

ग्रामीणों को नगद निकासी की सुविधा स्थानीय स्तर पर ही उपलब्ध कराने के लिए बैंक द्वारा सरगुजा, कोरिया, बस्तर, रायपुर, रायगढ़ और राजनांदगांव जिले में एक-एक मोबाइल एटीएम भेजी जाएगी। बैंकिंग सेवाओं और एटीएम की कमी वाले दूरस्थ क्षेत्रों में ये मोबाइल एटीएम मौजूद रहेंगे जिससे लोगों को नगद के लिए दूर स्थित बैंक या एटीएम तक जाना न पड़े। इससे ग्रामीणों को अपने खाते से छोटी-छोटी राशियों की निकासी के लिए बार-बार बैंक या एटीएम तक आने-जाने में लगने वाले समय, श्रम और धन की बचत होगी।

रायपुर स्थित एक निजी होटल में आयोजित मोबाइल एटीएम वेन के लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने कहा कि नई तकनीकों और मशीनरी के उपयोग से जनसुविधाएं दूरस्थ अंचलों और लोगों के घरों तक पहुंच रही हैं।

आज लोकार्पित मोबाइल एटीएम से लोग गांव में ही अपनी जरूरत की नगद राशि निकाल सकते हैं। जिस तरह राज्य शासन की मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना और मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना लोगों को उनके घरों के पास ही स्वास्थ्य सेवा मुहैया करा रही है, उसी तरह ‘आपका बैंक आपके द्वार’ के ध्येय के साथ शुरू यह सेवा लोगों को उनके गांव में ही नगद निकासी की सुविधा प्रदान करेगी।

सिंहदेव ने लोगों को बैंकिंग सुविधा उपलब्ध कराने में छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक की सराहना करते हुए कहा कि प्रदेश में इसकी 613 शाखाओं में से 310 शाखाएं वामपंथ उग्रवाद प्रभावित इलाकों में हैं। इससे साबित होता है कि गांवों और दूरदराज के क्षेत्रों में बैंकिंग सेवा प्रदान करने के लिए बैंक गंभीरता व सक्रियता से कार्य कर रहा है।

अपनी बेहतर सेवाओं से इसने अच्छी विश्वसनीयता और साख बनाई है। पंचायत मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार भी बैंक सखी के माध्यम से दूरस्थ अंचलों में नगद राशियों के लेन-देन को सुगम बना रही है। बैंक सखियां पेंशन और मजदूरी राशि का भुगतान लोगों के गांवों और घरों तक जाकर कर रही हैं। शासन प्रत्येक पांच ग्राम पंचायतों में एक बैंक सखी की नियुक्ति का लक्ष्य लेकर चल रही है।

छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक के अध्यक्ष आई.के. गोहिल, नाबार्ड क्षेत्रीय कार्यालय के मुख्य महाप्रबंधक एम. सोरेन, भारतीय रिजर्व बैंक की क्षेत्रीय निदेशक शिवागामी एवं राज्य स्तरीय बैंकिंग समिति के संयोजक परविंदर भारती ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया और अपनी-अपनी संस्थाओं द्वारा ग्रामीण व दूरस्थ अंचलों तक बैंकिंग सेवा पहुंचाने के लिए उठाए जा रहे कदमों की जानकारी दी।

गोहिल ने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक द्वारा ग्राहकों की सुविधा और उनके द्वार पर बैंकिंग सेवा प्रदान करने के लिए 14 मोबाइल एटीएम वेन तैयार कराए गए हैं। इनमें से छह मोबाइल एटीएम को आज लोगों की सेवा में समर्पित किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि कोरोना काल में भी बैंक ने लगातार लोगों को सेवाएं प्रदान की हैं। वैश्विक महामारी के बावजूद सेवाओं को बाधित नहीं होने दिया गया। छत्तीसगढ़ ग्रामीण बैंक की शाखाएं दूरस्थ एवं ग्रामीण अंचलों में अन्य बैंकों की तुलना में अधिक हैं।     

छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक ने अंबिकापुर के शासकीय अस्पताल में डिजिटल एक्स-रे मशीन और पुलिस विभाग को सीसीटीवी कैमरा प्रदान किए जाने की घोषणा की।

कार्यक्रम में बैंक के महाप्रबन्धक ए.के. निराला, अतुल्य बेहेरा एवं के. पद्मिनी, सी.व्ही.ओ. गुरदीप सिंह, मुख्य प्रबन्धक अमरजीत सिंह खनूजा तथा वरिष्ठ प्रबंधक एस.एन. शुक्ला भी मौजूद थे।