रायपुर… कांग्रेस का 85वां महाअधिवेशन छत्तीसगढ़ के रायपुर में चल रहा है, इसी बीच कांग्रेस का एक विज्ञापन सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें कांग्रेस के पहले अध्यक्ष मौलाना आजाद की तस्वीर ना होने पर लोगों ने सवाल उठाये हैं। हालांकि कांग्रेस ने इसे अपनी गलती मान कर माफ़ी मांग ली और इस पर जांच की बात कही है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्वीट कर मौलाना आजाद की तस्वीर न लगाए जाने पर पार्टी का पक्ष रखा है।
कांग्रेस के विज्ञापन पर उठे सवाल
कांग्रेस की तरफ से एक विज्ञापन जारी किया, जिसमें कांग्रेस के तमाम नेताओं की तस्वीर थी लेकिन पार्टी के पहले अध्यक्ष मौलाना आजाद की तस्वीर नहीं लगाईं गई थी। सोशल मीडिया पर तमाम लोगों ने इस पर सवाल उठाये, कांग्रेस पर तंज कसना शुरू कर दिया! इसके बाद वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने ट्वीट कर सफाई दी है।
कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट में लिखा, ‘यह गलती से हुआ, इसकी जिम्मेदारी तय की जा रही है और इसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हम बहुत ईमानदारी से इसके लिए माफी मांगते हैं, वे हमेशा हमारे और भारत के लिए एक प्रतिष्ठित और प्रेरक व्यक्ति बने रहेंगे।’ हालांकि रायपुर में हो रहे अधिवेशन के मंच पर मौलाना आजाद की तस्वीर लगी हुई है।
बता दें कि, मौलाना अबुल कलाम आज़ाद ने देश के स्वतंत्रता आंदोलन में अहम भूमिका निभाई थी। साथ ही वो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता थे। मौलाना अबुल कलाम देश के पहले शिक्षा मंत्री भी थे और उन्होंने भारत में शिक्षा प्रणाली को आकार देने में अहम भूमिका निभाई थी। वहीं विज्ञापन में पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव की तस्वीर होने पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा। पार्टी ने ट्वीट किया कि, पीवी नरसिम्हा राव को शामिल करना कांग्रेस पार्टी की “धर्मनिरपेक्षता” के बारे में वह सब कुछ बताता है जो हमें जानना चाहिए। प्रधान मंत्री के रूप में, नरसिम्हा राव ने बाबरी मस्जिद के विध्वंस में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसे माफ या भुलाया नहीं जाना चाहिए।