मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने 86 वर्ष के पिता नंद कुमार बघेल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कराएंगे। उनके पिता ने पिछले महीने लखनऊ में बयान दिया था कि ब्राह्मण विदेशी हैं, उनको बाहर भगाया जाएगा। इसके बाद प्रदेश में तनाव बढ़ गया है। सोशल मीडिया में इसकी आलोचना हो रही है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज कहा, विगत दिनों उनके पिता नंदकुमार बघेल द्वारा एक वर्ग विशेष के विरूद्ध की गई टिप्पणी उनके संज्ञान में आयी है। उनकी इस टिप्पणी से समाज के एक वर्ग की भावनाओं और सामाजिक सद्भाव को ठेस लगी है उनके इस बयान से उन्हें भी दुःख हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा, मुझे सोशल मीडिया एवं अन्य माध्यमों से यह ज्ञात हुआ है कि ये बात कही जा रही है कि नंदकुमार बघेल पर इसलिए कार्रवाई नहीं होगी क्योंकि वे मुख्यमंत्री के पिता हैं। उन्होंने कहा, उनकी सरकार में कोई भी कानून से ऊपर नहीं है फिर चाहे वो मुख्यमंत्री के पिता ही क्यों न हो।
मुख्यमंत्री ने साफ शब्दों में कह दिया कि इस संबंद में पुलिस द्वारा विधि सम्मत कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी । उनका कहना था, छत्तीसगढ़ सरकार हर जाति, हर धर्म, हर वर्ग हर समुदाय के लोगों के सम्मान और उनकी भावनाओं की कद्र करती है। सभी को एक समान महत्व देती है और सभी के मान सम्मान और संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करना अपना कर्तव्य समझती है। मुख्यमंत्री ने कहा, हमारे लिए कानून सर्वोपरी है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, उनके पिता नंदकुमार बघेल से उनके वैचारिक मतभेद शुरू से हैं ये बात सभी को पता है। हमारे राजनीतिक विचार एवं मान्यताएं भी बिल्कुल अलग अलग हैं। एक पुत्र के रूप में मैं उनका सम्मान करता हूं। लेकिन एक मुख्यमंत्री के रूप में उनकी किसी भी ऐसी गलती को माफ नहीं किया जा सकता, जो सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ने वाली हो।
पिछले महीने लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बातचीत में नंद कुमार बघेल ने कहा था, अब वोट हमारा राज तुम्हारा नहीं चलेगा । हम यह आंदोलन करेंगे। ब्राह्मणों को गंगा से वोल्गा (रूस की एक नदी) भेजेंगे। क्योंकि वे विदेशी हैं। जिस तरह से अंग्रेज आए और चले गए। उसी तरह से ये ब्राह्मण या तो सुधर जाएं या फिर गंगा से वोल्गा जाने को तैयार रहें।