रायपुर. महापौर एजाज ढेबर के बंगले के अंदर ईडी अधिकारी पहुंचे हुए हैं और बंगले के ठीक बाहर महापौर के समर्थकों की भीड़ जमा हो गई है। छत्तीसगढ़ में लगातार चल रही ईडी की कार्रवाई को लेकर सत्ता पक्ष का आरोप है कि केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ को निशाना बना रही है और इसी बात का विरोध करने जब भी कांग्रेस नेताओं के घर ईडी के छापे पड़े हैं समर्थक बंगले के बाहर बैठकर प्रदर्शन किए हैं और उसी क्रम में आज महापौर एजाज ढेभर के बंगले के बाहर समर्थक जुटे हुए हैं और जब तक ईडी की कार्रवाई चलती रहेगी तब तक समर्थक यहां पर डटे रहेंगे।
पूर्व महापौर प्रमोद दुबे ने कहा – जब तक ईडी वाले रहेंगे तब तक हम लोग यहां बैठे रहेंगे। उनकी मां 75 साल की है वह बेचारी पेशेंट है, उपवास है, दवाई चलता है आखिर दवाई को तो समय पर दे देंगे ना ? हम बाकी चीजों के लिए हमारा हस्तक्षेप नहीं है, लेकिन सीनियर सिटीजन है उनकी मां की उम्र को देखते हुए हम इनके अधिकारियों से आग्रह करेंगे कि दवाई समय पर दे। उनका ख्याल रखें। कोई दबाव उनके ऊपर ना बनाएं। एक पुत्र होने के नाते उनका भी कर्तव्य है, सिर्फ छापा मारना है उनका कर्तव्य नहीं है। इतने संवेदनशील होंगे हमें ऐसा लगता है।
यह कार्रवाई लगातार चल रही है, गिरीश देवांगन किसान का बेटा है उसके घर में 140 क्विंटल धान मिला, इसके पहले एजाज ढेबर के यहां भी छापा पड़ा था उसमें क्या मिला किसी ने डिस्क्लोज नहीं किया। संविधान में हर आदमी को अपने कर्तव्य के प्रति जानने का अधिकार है। हम ईडी के अधिकार क्या है इसको हम चैलेंज नहीं कर रहे हैं। यह पूरे छत्तीसगढ़ में स्पष्ट परिलक्षित हो रहा है, शुभेंदु अधिकारी जो पहले दूसरे पार्टी में था उसके यहां ईडी का जांच चल रहा था जैसे ही वह भारतीय जनता पार्टी में आया, कमल छाप साबुन से जैसे नहलाएं, ईडी जांच बंद हो गया।
असम के मुख्यमंत्री पहले कांग्रेस में थे उनकी के यहां ईडी का जांच हुआ उसके बाद अब बीजेपी में आ गए। कर्नाटक के सबसे बड़े हीरो येदुरप्पा के यहां ईडी का छापा पड़ा उसके बाद किसी को पता नहीं चला।