रायपुर
राज्य सरकार ने चालू वित्तीय वर्ष 2017-18 में पशुधन विकास विभाग के अंतर्गत प्रदेश के नौ नए जिलों में पशु रोग अनुसंधान प्रयोगशाला खोलने का निर्णय लिया है। इनमें बलौदाबाजार, बालोद, बेमेतरा, मुंगेली, गरियाबंद, कोण्डागांव, सुकमा, बलरामपुर और सूरजपुर जिले शामिल हैं। इन जिलों में पशु रोग अनुसंधान प्रयोगशाला स्थापित होने के साथ ही राज्य के सभी जिलों में यह सुविधा उपलब्ध हो जाएगी। वर्तमान में नए जिलों को छोड़कर शेष 18 जिलों में पशु रोग अनुसंधान प्रयोगशाला संचालित हैं। वित्तीय वर्ष 2017-18 के बजट में नौ नई प्रयोगशालाओं के लिए एक करोड़ 84 लाख 25 हजार रूपए का प्रावधान किया गया है।
पशुधन विकास मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने आज यहां बताया है कि पशु रोग अनुसंधान प्रयोगशालाओं में पशुओं को होने वाली बीमारियों के कारणों का पता लगाया जाता है। यहां पर हिमेटोलॉजी और पैथोलॉजिकल परीक्षण की सुविधा होती है। पशुओं के खून, गोबर, यूरिन, सीरम, टिशू की जांच से बीमारियों के मूल कारणों की जानकारी मिलती है। श्री अग्रवाल ने बताया कि नौ नए जिलों में पशु रोग अनुसंधान प्रयोगशाला शुरू होने से इन जिलों के किसानों और पशुपालकों को फायदा होगा।