रायपुर, 11 जनवरी 2014
कृषि मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में विभागीय अधिकारियों की बैठक लेकर खेती-किसानी से संबंधित योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने विभागीय अधिकारियों से कहा कि कृषि विभाग की अनुदान योजनाओं के तहत किसानों को मिलने वाले उन्नत कृषि उपकरणों की सबसे पहले अच्छी तरह तकनीकी जांच हो और जांच परख के बाद ही उनका वितरण किया जाए, ताकि इन उपकरणों की गुणवत्ता को लेकर किसानों को किसी प्रकार की दिक्कत न होने पाएं।
अधिकारियों ने कृषि मंत्री के सामने खेती के उन्नत उपकरणों के बारे में प्रस्तुतिकरण दिया। कृषि मंत्री ने कहा कि राज्य के किसानों को आधुनिक तरीके की खेती करने के लिए कृषि के उन्नत उपकरणों का उपयोग करने प्रोत्साहित किया जाए। श्री अग्रवाल ने कहा कि सबसे पहले किसानों के बीच नवीनतम कृषि उपकरणों का व्यापक प्रचार-प्रसार करके उन्हें इन उपकरणों के फायदों के बारे में विस्तार बताया जाए। उन्होंने कहा कि किसानों और खेतिहर मजदूरों के हित में राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई विभिन्न योजनाओं के फलस्वरूप आज प्रदेश में खेती-किसानी के तौर-तरीकों में व्यापक बदलाव आया है। खेती के बदले हुए स्वरूप के अनुरूप ही किसानों को उपयोगी कृषि उपकरण उपलब्ध कराया जाना चाहिए। कृषि मंत्री ने विभिन्न अवसरों पर लगने वाले कृषि मेलोें और प्रदर्शनियों में उन्नत कृषि उपकरणों का प्रदर्शन प्राथमिकता से करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए।
श्री अग्रवाल ने कहा कि किसानों को कृषि उपकरणों को खरीदने के लिए विभाग द्वारा दिए जाने वाले अनुदान के बारे में भी समुचित जानकारी दी जाए। अनेक योजनाओं में 35 प्रतिशत से 50 प्रतिशत तक अनुदान दिया जाता। उन्होंने किसानों को कृषि उपकरण उपलब्ध कराते समय गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने के सख्त निर्देश अधिकारियों को दिए। बैठक में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के कुलपति डॉ.वी.के.पाटिल, संचालक अनुसंधान सेवाएं डॉक्टर एस.एच. शाह, कृषि विभाग के संयुक्त सचिव श्री पी.के.दवे,अतिरिक्त संचालक श्री डी.डी.मिश्रा तथा बीज निगम के महाप्रबंधक श्री वी.के.शुक्ला उपस्थित थे।