अब दिल्ली में नज़र आएगी छत्तीसगढ़ के कारीगरों की कला!..

रायपुर. अब दिल्ली में भी छत्तीसगढ़ के हस्तशिल्प की झलक और कारीगरों का हुनर नजर आएगा. नई दिल्ली स्थित छत्तीसगढ़ भवन में बिलासा हैंडलूम का प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुधवार को उद्घाटन किया, जहां छत्तीसगढ़ के कुशल कारीगरों की कला-कृतियों का प्रदर्शन किया जाएगा.

यहाँ से दिल्लीवासियों को छत्तीसगढ़ के हैंडलूम उत्पाद आसानी से उपलब्ध हो सकेंगे. मांग को देखते हुये देश की राजधानी में हस्तशिल्प कला एम्पोरिएम खोलने की काफी समय से जरूरत महसूस की जा रही थी, जिसके बाद छत्तीसगढ़ सरकार ने ये पहल की है. छत्तीसगढ़ भवन में अब बिलासा हैंडलूम के खुलने से छत्तीसगढ़ की कला की बेहतर मार्केटिंग और प्रचार प्रसार भी हो सकेगा.

बिलासा हैंडलूम में छत्तीसगढ़ की खास पहचान कोसा सिल्क साड़ी, मैनपाट के तिब्बतियों के बनाए कालीन, ऊनी कपड़े उपलब्ध हैं.

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ की हस्तशिल्प, धातुकला बेलमेटल, टेराकोटा, कोसा सिल्क साड़ियों का काफी क्रेज़ देखा जाता है. बिलासा हैंडलूम के खुलने से अब लोगों को सारे उत्पाद एक जगह ही मिल सकेंगे. शुभारंभ अवसर पर मौजूद मोतीबाग के कमलेश सिंह का कहना है कि यह एक अच्छी पहल है.

छत्तीसगढ़ की हैंड क्राफ्ट और हैंडलूम की वस्तुएं बहुत पसंद की जाती है, खासकर बेलमेटल से बनी मूर्तियाँ और सिल्क की साड़ियाँ. चाणक्यपुरी की रहने वाली सारिका भारद्वाज का कहना है कि महिलाओं में कोसा सिल्क साड़ियों का खासा क्रेज़ होता है, छत्तीसगढ़ की साड़ियाँ भी अब आसानी से यहां मिल सकेंगी.

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