लॉकडाउन में भू-माफिया और जंगल माफिया हुए सक्रिय.. पड़ोसी गांव के सरकारी जमीन पर कब्ज़ा करने की कोशिश

अम्बिकापुर..(पारसनाथ सिंह)..लॉकडाउन मे सब समझदार इंसान भले ही अपने घर मे होगें… लेकिन इस बंदी का सबसे अधिक फायदा भूमाफिया और जंगल माफियाओ को मिल रहा है.. और वो अपने अपने स्तर पर कोई भी मौका छोडना नहीं चाहते हैं.. ऐसा ही एक मामला अम्बिकापुर से लगे खलीबा गांव मे सामने आय़ा.. जहां की शासकीय जमीन पर पडोसी गांव का आदमी कब्जे की नियत से घर बनाने की फिराक मे था.. लेकिन गांव के लोगो की सजगता ने उसके मंसूबे पर पानी फेर दिया..

देश मे तीसरे चरण का लॉक डाउन प्रारंभ हो गया है.. औऱ लोग कोरोना के लडने के लिए लॉक डाउन के नियमो का पालन भी कर रहे हैं.. लेकिन शासकीय जमीन को कब्जा करने वाले लोग ऐसा मौके का भरपूर लाभ उठाना चाह रहे है.. दरअसल अम्बिकापुर से लगे खलीबा गांव मे आज भी कई एकड बेशकीमती शासकीय जमीन है.. जिसके कुछ हिस्से मे एफसीआई गोदाम और नवोदय विद्यालय बन रहा है.. लेकिन बांकी बची भूमि पर भूमाफिया और आस पास के लोग कब्जे का हमेशा प्रयास करते हैं.. ऐसे ही प्रयास मे लगे पडोसी गांव के एक सख्स के मंसूबे मे खलीबा गांव के लोगो ने पानी फेर दिया.. दरअसल चठिरमा गांव का रहने वाले एक व्यक्ति खलीबा स्थित एफसीआई गोदाम के ठीक बगल की शासकीय भूमि पर कब्जा करना चाहता था.. लेकिन गांव के लोगो ने तत्परता दिखाई और पुलिस के साथ प्रशासन को इस अवैध की कब्जे की सूचना दी..

दरअसल खलिबा गांव जिला मुख्यालय से लगा बडा गांव हैं.. जहां के जमीन शासकीय प्रायोजन और राजस्व के लिहाज से काफी अहम है.. लिहाजा गांव की शासकीय जमीन पर कब्जे की जानकारी के बाद नायब तहसीलदार तत्काल खलिबा गांव पहुंचे.. औऱ मौके पर कब्जे की नियत से रखे गए ईंट को जप्त करने के निर्देश दिए.. इसके अलावा नायब तहसीलदार श्री भूषण मंडावी ने तत्काल प्रभाव से चठिरमा औऱ खलीबा दोनो पंचायत मे पदस्थ पटवारियो को मौके पर बुलाया.. और जल्द से जल्द शासकीय भूमि का सीमांकन कर जानकारी देने के निर्देश दिए.. साथ ही शासकीय भूमि पर कब्जा करने वालो पर कानूनी कार्यवाही का भरोसा भी दिलाया है..

इधर प्रशासन के हस्ताक्षेप के पहले गांव मे तनाव की स्थिती भी निर्मित हो गई है.. औऱ पुलिस बल भी गांव मे जमा भीड का तितर बितर करने पहुंच चुका था.. बहरहाल गांव के जनप्रतिनिधि औऱ लोगो की तत्परता के कारण शासकीय भूमि पर हो रहा कब्जा तो रुक गया.. पर देखना है कि इस मामले के पहले शासकीय भूमि मे काबिज कुछ दबंग लोगो को प्रशासन बेदखल कर पाती है या फिर कोई नया दबंग इस शासकीय बेशकीमती जमीन को कब्जा करने का प्रयास करता है…