कांग्रेस के बडे नेता ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है, इस्तीफ़ा देने से एक दिन पहले फेसबुक पर लिखा- ‘कल ब्लॉक अध्यक्ष पद से मेरा इस्तीफ़ा, जब तक न्याय नहीं तब तक पद में भी नहीं’ फीलिंग एंग्री.
बताया जाता है कि अजीत लकड़ा नए जिला मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में खड़गवां ब्लाक को जोड़े जाने से नाराज थे. फिलहाल इस्तीफा देने की वजह जो भी हो, लेकिन इस इस्तीफे से कोरिया जिले में कांग्रेसी खेमे में खलबली मच गई है.
आपको बता दें कि बीते 15 अगस्त को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मनेन्द्रगढ़ को जिला बनाने की घोषणा की थी।
फेसबुक पोस्ट-
अजित लकड़ा ने इस्तीफ़ा पत्र में लिखा-
“अभी हाल ही में कोरिया जिले का बटवारा कर नवीन मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के निर्माण का नोटिफिकेशन जारी हुवा है जिसमें की खड़गवा ब्लॉक, मनेन्द्रगढ़ ब्लॉक और भरतपुर ब्लॉक को शामिल किया गया है। खड़गवा ब्लॉक के 70% से ज्यादा ग्राम पंचायतों ने ग्राम सभा के माध्यम से प्रताव पारित कर अपनी ये मांग रखी है कि उन्हें कोरिया जिले में ही रहने दिया जाए एवं जनपद पंचायत खड़गवां की सामान्य सभा में भी ये प्रस्ताव पारित किया गया कि उन्हें कोरिया जिले में ही रखा जाए। उसके बाउजूद शासन प्रशासन के द्वारा उनकी भावनाओं को दरकिनार करते हुए एवं कोरिया जिले के बचे हुए समस्त छेत्र के लोगों के द्वारा भी लगातार मांग की जा रही है कि खड़गवा छेत्र को कोरिया जिले में ही रखा जाए। इन सबकी भी मांग को दरकिनार करते हुए एक तरफा फैसला लेते हुए खड़गवां ब्लॉक को नवीन जिले में जोड़ते हुए नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया और ये पहली बार ऐसा हो रहा है कि पुराने जिले से नया जिले का छेत्रफल बड़ा है सरकार के इस प्रकार के फैसले से सभी कोरिया वाशी दुखी हैं हमे भी बहुत दुख पहुंचा है ब्लॉक अध्यक्ष जैसे पद पर रहते हुए हम अपनी सरकार से कोरिया जिले के लिए न्याय नहीं दिला पाए इस बात का बहुत अफसोस है इसके लिए कहीं ना कहीं हम भी जिम्मेदार हैं इसीलिए इस परिस्तिथि मे ब्लॉक अध्यक्ष पद पर बने रहने का मैं अधिकारी नहीं हूँ। अतः आज कांग्रेस पार्टी के शिवपुर-चरचा के ब्लॉक अध्यक्ष पद से इस्तीफा देकर मैं सरकार के इस फैसले का विरोध करता हूँ। मैं कांग्रेस पार्टी का सच्चा सिपाही था और सच्चा सिपाही बना रहूँगा ऐसा विस्वास मैं आपको दिलाना चाहता हूँ।”