चिरमिरी से रवि कुमार सावरे की रिपोर्ट
- प्रेम प्रंसग और रुपयो की लेनदेन बना हत्या का कारण
- शराब पिलाकर हत्या कर शव को सडक किनारे फेंका गया
- हत्या के षडयंत्र मे प्रेमी के साथ पत्नी भी थी शामिल
5 मई को हुए अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाते हुए चिरमिरी पुलिस द्वारा तीन आरोपीयो को गिरफ्तार कर धरा 302 ,201 ,120 बी 34 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर रिमांड पर न्यायालय पेश किया गया
पुलिस अधीक्षक कोरिया के निर्देश और नगर पुलीस अधीक्षक के र्माग दर्शन मे चिरमिरी पुलीस द्वारा बिलासपुर सोनावनी मार्ग पर हुए अंधे कत्ल की शिनाख्त के बाद आगे की विवेचना मे चिरमिरी पुलीस द्वारा संदेह के आधर पर मृतक की पत्नी अंमृता देवांगन तथा उसके प्रेमी रमेष केसरवानी पर सीकंजा कसते हुए अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझा ली है।
चिरमिरी टी आइ आनंद राम ने बताया की मृतक की पत्नी और रमेष केषरवानी के बीच पिछले 2 वर्ष से अवैध संबंध थे वही मृतक बराबर रेमेष केषरवानी से पैसो का लेन देन करता था पत्नी से अवैध संबंध होने के कारन मुतक कुछ माह से पैसे की मांग कुछ ज्यदा कर रहा था जिससे तंग आकर आरोपी और मृतक की पत्नी द्वारा उसे रास्ता से हटाने की योजना बनाकर मृतक को आरोपी द्वारा कटधोरा धुमने के लिए चलने को कहा मृतक की स्वीकृती के प्ष्चात आरोपी के डायवर देबी प्रसाद थवायत को अपनी सेण्टो कार चलाने के लिये पुरी प्लानिग कर कोरबा से 4 मइ को साम लगभग 8 बजे चले कटघेरा पहुचकर तीनो ने छक कर ष्षराब पी और कोरबा न वापस लौट कर चिरमिरी जाने के लिए आरोपी द्वरा कहा तो मृतक भी चलने के लिए तैयार हो गया और रास्ते मे भी कइ जगह ष्षराब पीते हुए रात्री 12 बजे के लगभग छत्तीस मोड डोमनहील पहुच कर आरापी द्वारा डाइवर को कार बैक कर बापस चलने के लिए कहा इसी बीच रमेष केषरवानी द्वारा कार का जैक उठाकर मृतक दीपक देवंागन के सीर मे तावडतोड कइ प्रहार किया जिसके कारण उसकी मृत्युहोजाने पर मृतक के ष्षव को सडक किनारे पुलीया के पास फैक कर वापस कोरबा चले गये और धर पहुचकर आरोपीयो द्वारा कार ,जैक ,और कपडो की सफाइ कर पुरी तरह साक्ष्य मिटाने का प्रयास किया चिरमिरी पुलीस द्वारा आरोपी रमेष केषरवानी मृतक की पत्नी अमृता देवंगन डायवर देबी प्रसाद थवायत निवासी मछली तालाव कोरबा से गिरफतार कर और सेण्टो कार क्र0 सी जी 11 एफ 0119 ,जैक तथा आरोपी के कपडे मोवाइल आदी जप्त कर कर्यवाही किया गया उक्त कार्यवाही मे प्रषांत गडपाले एस आइ ,जी डी कुषवाहा ए एस आइ ,आरक्षक ष्षंभु यादव ,मनोज ,सुमन पैकरा आदि का सराहनिय सहयोग रहा