छत्तीसगढ़ के इस जिले में घर-घर पहुंच रही पुलिस, एसपी खुद पहुंच रहे गांव, जानें क्या है योजना

कोरबा। छत्तीसगढ़ की कोरबा पुलिस ने फरियादियों तक पहुंचने के लिए ‘तुंहर पुलिस तुंहर द्वार’ कार्यक्रम की शुरुआत की है। जिसके तहत पुलिस खुद घर-घर जाकर लोगों की शिकायतें सुनने का काम कर रही है। इस कार्यक्रम के तहत कोरबा एसपी भोजराम पटेल मंगलवार को कटघोरा थाना क्षेत्र के ग्राम घरीपखना, बांझीबन गांव पहुँचे। जहां उन्होंने चौपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्याएं सुनी। एसपी भोजराम पटेल ने ग्रामीणों को कार्यक्रम में संबोधित करते हुए आमजन को बढ़ते अपराध को लेकर जागरूक किया।
          
चौपाल में चिटफंड कंपनियों के द्वारा आमजनों को लोकलुभावन अपनी स्कीम बता कर पैसे जमा कराकर, रफूचक्कर हो जाने वाली कंपनियों में अपने पैसे जमा नही करने या इस तरह की कोई भी कंपनी अगर गांव में आती है, तो उसकी सूचना पुलिस को देने की बात बताई गई। साइबर ठगी से कैसे बचा जाए, इसी तरह फोन में इनाम का लालच, बीमा पॉलसी, मोबाइल टावर लगाने के लिए जमीन, एटीएम फ्राड, सोना-चांदी साफ करने वाले, तंत्र-मंत्र से झाडफ़ूंक करने वाले, झोलाछाप डॉक्टरों से बचने, साप्ताहिक बाजार में उठाईगिरी, बैंक में सावधानी से लेन-देन, शराब की प्रवृत्ति से दूर रहने, फेरी करने वाले गिरोहों, कैशलेस ट्रांजेक्शन सहित कई तरह की जानकारियां ग्रामीणों को दी गयीं। इसके साथ ही शराब जुआ एवं अन्य आपराधिक गतिविधियों से दूर रहने एवं अपराधिक गतिविधियों के संबंध में तत्काल थाने को सूचना देने का आग्रह किया गया।

तुंहर पुलिस तुंहर द्वार’ के तहत 3 वाहन कर रहे पेट्रोलिंग

‘तुंहर पुलिस तुंहर द्वार’ कार्यक्रम के अंतर्गत तीन गाड़ियों में पुलिसकर्मी गांव-गांव जाकर ग्रामीणों के घर पहुंच रहे हैं। इस दौरान उनकी समस्याओं का मौके पर ही निराकरण करने की कोशिश की जा रही है। एसपी भोजराम पटेल ने बताया कि, थानों में आम जनता की शिकायतों के निराकरण करने में समय लगता है। कई बार जनता पुलिस कार्रवाई से संतुष्ट नहीं रहती है। इसलिए नगर पुलिस अधीक्षक कोरबा, नगर पुलिस अधीक्षक दर्री व एसडीओपी कटघोरा के अधीन एक-एक मोबाइल वाहन तैनात किया गया है। वाहन में एक पुलिस अधिकारी और सहायक नियुक्त किया गया है, जो सम्बंधित अनुविभागीय अधिकारी के अधीन कार्य करेंगे।

लंबित शिकायतों की होगी समीक्षा

इस कार्यक्रम के तहत सम्बंधित पुलिस अनुविभागीय अधिकारी थानों में लम्बित शिकायतों की सूची की समीक्षा करेंगे। मोबाइल वाहन में तैनात अधिकारी को उस गांव में भेजा जाएगा। जहां शिकायतों की संख्या अधिक है या गंभीर किस्म की शिकायत है। मोबाइल वाहन में तैनात अधिकारी उन गांवों में जाकर मौके पर दोनों पक्षों को बुलाकर शिकायतों की जाँच करेंगे। पुलिस कार्यवाही योग्य मामलों में मौके पर ही अपराध दर्ज किया जाएगा।
        
एसपी भोजराम पटेल ने बताया कि, थानों में आम जनता के द्वारा की गई शिकायतों के निराकरण करने में समय लगता है, कई बार जनता पुलिस कार्रवाई से संतुष्ट नहीं रहती है। ऐसे में पुलिस को ही लोगों के घर भेजा जा रहा है, ताकि लोगों का भरोसा बढ़े और उन्हें परेशान न होना पड़े।

गौरतलब है कि, कोरबा छत्तीसगढ़ का एकमात्र ऐसा जिला है, जहां की पुलिस ने ‘तुंहर पुलिस तुंहर द्वार’ कार्यक्रम की शुरुआत की है। जिसके तहत पुलिस लोगों के घर-घर जाकर उनकी पुलिस से संबंधित समस्याओं का त्वरित निराकरण कर रही है। वहीं इस कार्यक्रम का लोगों ने सकारात्मक असर देखने को मिल रहा है, ग्रामीण क्षेत्र के लोग बिना भय के पुलिस के समक्ष अपनी समस्याओं को प्रस्तुत कर रहे हैं, और समाधान भी हो रहा है। छत्तीसगढ़ के अन्य जिलों में भी कोरबा एसपी के इस पहल को तारीफ़ हो रही है।