छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा के मालखरौदा थाना क्षेत्र के ग्राम पिहरीद में एक 10 साल का बच्चा बोरवेल के गड्ढे में गिर गया है. बीते शुक्रवार दोपहर 3:00 बजे के आसपास बच्चा अपने घर के पीछे खेल रहा था. इसी दौरान फिसल कर गड्ढे में जा गिरा. जब परिजन बच्चे को ढूंढने निकले तो बच्चे की आवाज सुनाई दी. जिसके बाद तत्काल परिजनों ने 112 को इसकी सूचना दी. बच्चे का नाम राहुल साहू है.
फिलहाल मौके पर जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन एनडीआरएफ और स्वास्थ विभाग की टीम बच्चे को बचाने में लगी हुई है. मौके पर आईजी, डीआईजी, कलेक्टर एसपी सहित आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे हुए हैं. बच्चे को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए लगातार रेस्क्यू जारी है.
दरअसल, पिहारिद गांव का 10 साल का बच्चा राहुल साहू रोज की तरह दोपहर में अपने घर के पीछे खेल रहा था. जब परिजन उसे ढ़ूंढ़ने आये तब राहुल के रोने की आवाज आ रही थी. गड्ढे के पास जाकर देखने पर पता चला कि आवाज अंदर से आ रही है.
अधिकारियों ने बताया, “बोरवेल में फंसे बालक राहुल साहू का रेस्क्यू जारी है. कलेक्टर जितेंद्र कुमार शुक्ला मौके पर पूरी प्रशासनिक टीम के साथ पहुंचे हैं. बच्चे की गतिविधियों की पूरी नजर सीसीटीवी से रखी जा रही है. बच्चे तक खाद्य सामग्रियां भेजी गयी है. केला, फ्रूटी सहित अन्य खाद्य सामग्री भेजी गयी है. बीच-बीच में बच्चे के परिजनों से उनकी बातचीत कराई जा रही है.
ऑक्सीजन सिलेंडर रखे गए हैं. पाइप से ऑक्सीजन पहुंचाई जा रही है. स्वास्थ्य अधिकारियों की टीम तैनात है. मेडिकल एम्बुलेंस और आपातकालीन चिकित्सा व्यवस्था भी की गई है. आसपास बेरिकेडिंग तथा लाइटिंग की गई है. कलेक्टर के निर्देशन में ओडिशा कटक के एक्सपर्ट मोहंती से भी आवश्यक मार्गदर्शन लिया जा रहा है.
कोरबा, बिलासपुर, रायगढ़ से बड़ी-बड़ी मशीने मंगाई गई है. जेसीबी द्वारा बोरवेल के कुछ मीटर पहले तक खुदाई भी कर ली गई है. बोरवेल के भीतर रस्सी गिराने के बाद भी राहुल द्वारा कोई रिस्पांस नहीं दिया जा रहा है. माना जा रहा है कि बच्चा सो गया है. एनडीआरएफ द्वारा निर्णय लिया गया है कि जेसीबी से लगभग 60 से 65 फीट खुदाई कर टनल बनाया जाएगा और फंसे हुए बच्चे तक पहुंचा जाएगा. 4 बड़ी मशीनें लगाई गई है.
कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला ने कहा कि घटना की जानकारी मिलने के बाद से बच्चे को बाहर निकालने का प्रयास किया जा रहा है. उसकी जिंदगी बचाने के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन सिलेंडर है. बोरवेल के अंदर भी ऑक्सीजन लेबल मेंटेन किया गया है. खाने पीने का सामान भेजा जा रहा है. साथ ही बोर के पास खुदाई और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. जिला प्रशासन बच्चे को बाहर निकालने में जुटी है. साथ ही सभी लोग बच्चे की सकुशल रेस्क्यू के लिए दुआ भी कर रहे हैं.