जांजगीर चांपा। नगर पालिका जांजगीर नैला के अध्यक्ष का कार्यकाल 4 वर्ष पूरे होने पर अध्यक्ष ने अपने विकास कार्य के उपलब्धियां गिनाई और इस शौचालय की चर्चा किए है. तब यह शौचालय चर्चा में आया है। पूरे शहर में 40 लाख का शौचालय का मुद्दा गरमाया हुआ है, जिसकी चर्चा अब पूरे जिले में जोर-शोर से हो रही है. यह बात शुर्खियो में आने के बाद आज जांजगीर नैला के भाजपा पार्षद इस शौचालय को देखने स्कूल पहुंचे थे। 40 लाख में बने शौचालय की खबर फटाफट न्यूज़ में प्रकाशित होने के बाद विपक्ष के पार्षदों ने इस शौचालय निर्माण पर सवाल खड़े किए थे उसके बाद यह विषय चर्चा में आया था।
जांजगीर नैला नगर पालिका द्वारा शासकीय कन्या शाला स्कूल में बनाए 40 लाख का शौचालय देखने नगर पालिका के विपक्षी पार्षद स्कूल पहुंचे थे जहां उन्होंने शौचालय की मरम्मत एवं गुणवत्ता को लेकर कई सवाल उठाए हैं. पार्षदों का कहना है कि डीएमएफ से मिले पैसे की बर्बादी है. इससे तो बच्चे के पढ़ने के लिए कई स्कूल बन जाते. यह शौचालय सामान्य शौचालय की तरह ही बनाया गया है. यहां के टाइल्स एवं नल घटिया किस्म के लगे हैं. वही यहां साफ सफाई नाम से कोई चीज नहीं है. पूरी तरह पैसे की बंदरबाट किया गया है .
वही उनका आरोप है कि नगर पालिका अध्यक्ष शौचालय निर्माण में भी भ्रष्टाचार किया है. आपको बता दे की शासकीय कन्या शाला में बने शौचालय डी एम एफ मद से 40 लाख रुपए में निर्माण कराया गया है। यह चर्चा में तब आया जब अध्यक्ष ने अपने 4 साल के कार्यकाल पूरे होने पर अपनी उपलब्धियां गिना कर इस शौचालय का जिक्र किया। अध्यक्ष का कहना है कि ऐसे शौचालय बड़े-बड़े एयरपोर्ट में बने होते हैं जो हमने एक शासकीय स्कूल में बनाकर बताया है. लेकिन विपक्षी पार्षदों का कहना है कि एयरपोर्ट का शौचालय तो छोड़ दीजिए यह तो सरकारी स्कूल के शौचालय से भी बत्तर दिखाई दे रहा है. यहां सिर्फ दिखाने के लिए ग्लास एवं शीशा लगाया गया बाकी शौचालय की तरह ही इसको भी बना दिया गया है। इसी पैसे से बच्चों के स्कूल में पढ़ने के लिए कमरा बनाते तो 40 लाख में कई ऐसे स्कूल के कमरे बन जाते जहां बच्चे पढ़ाई करते। जिस स्कूल में यह शौचालय का निर्माण कराया गया है वहां अभी बच्चे जर्जर क्लास रूम में पढ़ने को मजबूर है।