‘भगवान भरोसे हैं भगवानपुर के लोग’… अब पूर्व गृहमंत्री पैकरा और पूर्व जिलाध्यक्ष करेंगे जांच.. पढ़िए पूरा मामला

रायपुर। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि बलरामपुर जिले के भगवानपुर गांव के लोग भगवान भरोसे ही हैं। एक विशेष संरक्षित जनजाति के 2 वर्षीय बच्चे की मौत ने प्रदेश सरकार के कुपोषण अभियान पर कई प्रश्न खड़ा कर दिया है। इस पूरे मामले की पूर्व मंत्री रामसेवक पैकरा के अध्यक्षता में भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष व वर्तमान जिला अध्यक्ष जांच कर अपनी रिपोर्ट सौपेंगे।

एक विशेष जनजाति समुदाय के बच्चे की असमय मौत पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार केवल कुपोषण के खिलाफ वाह वाही लूटने में लगी है, लेकिन प्रदेश में हालात कुछ और ही है। वक्त रहते विशेष जनजाति के बच्चे को सुपोषित आहार दिया जाता तो शायद इसकी मृत्यु नही होती और परिवार के अन्य सदस्यों को भी भोजन की व्यवस्था नही होने से वह भीख मांगने को विवश है। राशन कार्ड नहीं होने से परिवार को अनाज भी नहीं मिल पा रहा था। लेकिन नियम के मुताबिक प्रशासन को मदद के लिए आगे आने चाहिए था।

उन्होंने कहा कि मामला चिंतनीय है। प्रदेश में मुख्यमंत्री कुपोषण के खिलाफ एक योजना की बात कहते हैं, लेकिन जमीनी धरातल पर कुछ और है। उन्होंने कहा कि उस गांव में पंचायत द्वारा पीड़ित परिवार को कोई मदद नही दी जा रही है। योजनाओं के नाम पर मनमानी की जा रही है। नेता प्रतिपक्ष कौशिक कहा कि इस पूरे मामले की मामले की प्रदेश सरकार को तत्काल उच्च स्तरीय जांच करवानी चाहिए, ताकि दोषी व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो सके। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में कुपोषण को लेकर कमोबेश यही हालात हैं। प्रदेश सरकार केवल दावे और झूठी वादे पर पर चल रही है।