गाज गिरने के बाद नही हुआ इलाज और हो गई दंपत्ति की मौत

  • आकाशीय बिजली से दंपत्ति की मौत।
  • तत्काल चिकित्सा न मिलने से हुई पति पत्नी की मौत।
  • घटना के तीन घंटे बाद पंहुची संजीवनी 108।
  • जनपद पंचायत बगीचा के  कालिया ग्राम पंचायत के सिहारडाँड़ गांव का मामला।
  • स्थानीय कालिया उप स्वाथ्य केंद्र में न चिकित्सक मिले न हुआ इलाज।

जशपुर (तरुण प्रकाश ) जिले मे पहली बरसात के साथ ही आकाशीय बिजली का कहर भी शुरू हो गया है। कालिया ग्राम पंचायत के आश्रित ग्राम सिहारडाँड़ में आकाशीय बिजली की चपेट में चार लोग आ गए और सही समय पर इलाज के अभाव में उनमे से एक दंपत्ति की मौत हो गई है। वही एक घायल को उपचार के लिए बगीचा उप स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है।

मिली जानकारी के अनुसार बगीचा जनपद पंचायत के अंतर्गत कालिया के आश्रित ग्राम सिहारडाँड़ में दोपहर डेढ़ बजे के आसपास ग्रामीण डोरी बिनने का काम कर रहे थे।अचानक तेज हवा के साथ मौसम बदलने लगा जिसे देखकर अनिल,हिजनुस और दंपत्ति विनयचंद व आनंदकुमारी पैरावट के नीचे खड़े हो गए।अचानक आकाशीय बिजली ने चारों को अपनी चपेट में ले लिया जिसमें दंपत्ति समेत तीन लोग बेहोश हो गए।तत्काल ग्रामीणों ने संजीवनी 108 को फोन किया ।इलाज के लिए ग्रामीण उपस्वास्थ्य केंद्र कालिया में भी संपर्क किया गया जहां केवल नर्स मिली जिसने जाने से मना कर दिया। गौरतलब है कि यहां पदस्थ चिकित्सक का आवास बगीचा में जहां से कभी कभार वे कालिया आना जाना करते हैं।चिकित्सा के अभाव में 3 घंटे तक ग्रामीण चिकित्सक का इंतजार करते रहे अंततः शाम 5 बजे 108 संजीवनी द्वारा घायलों को बगीचा अस्पताल लाया गया जहां दोनों दंपत्ति विनयचंद व आनंदकुमारी की मौत हो गयी।वही घायल अनिल का इलाज जारी है।

ग्रामीणों में रोष
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कालिया और बग़ीचा की दूरी मात्र पच्चीस किलोमीटर है।सड़क के अभाव में आवागमन खासा प्रभावित होता है।यहां के पिछड़ेपन के कारण यहां मूलभूत सुविधा भी बड़ी मुश्किल से मिल पाती है।उन्होंने स्थानीय उप स्वास्थ्य केंद्र की बदहाल अव्यवस्था पर नाराजगी जाहिर करते हुए लापरवाह चिकित्सक पर कार्यवाही की मांग की है।