सौ साल से बंद पडी सड़क का होगा निर्माण..बिलासपुर से जबलपुर की घटेगी दूरी…

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[highlight color=”blue”]लगभग सौ साल पुरानी बंद हो चुकी सड़क का होगा नवनिर्माण,[/highlight]

[highlight color=”pink”]करीब 50 गांवों को मिलेगी बारहमासी आवागमन सुविधा,[/highlight]

[highlight color=”blue”]मुख्यमंत्री ने दी 49 करोड़ रूपए की मंजूरी,[/highlight]

 

[highlight color=”red”]रायपुर [/highlight]

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने छत्तीसगढ़ में ब्रिटिश युग की लगभग सौ साल पुरानी एक बंद हो चुकी जर्जर सड़क के नवनिर्माण के लिए 49 करोड़ रूपए की मंजूरी दे दी है। इस सड़क के बन जाने पर राज्य के जिला मुख्यालय बिलासपुर से मध्यप्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर के बीच की दूरी लगभग 25 किलोमीटर कम हो जाएगी। वर्तमान में यह दुरी लगभग 345 किलोमीटर है। मुख्यमंत्री से आज यहां उनके निवास कार्यालय में संसदीय सचिव श्री मोतीराम चंद्रवंशी के नेतृत्व में कबीरधाम और मुंगेली जिले से आए नागरिकों के प्रतिनिधि मंडल ने सौजन्य मुलाकात की।

उन्होंने फास्टरपुर से प्रतापपुर और मोहगांव होते हुए पण्डातराई तक 25 किलोमीटर सड़क निर्माण के लिए 49 करोड़ रूपए की धनराशि मंजूर करने पर मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट किया। प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री को बताया कि ब्रिटिश काल की यह सड़क जर्जर होने की वजह से बंद हो चुकी है। इस क्षेत्र के आसपास के गांवों के लोग काफी लम्बे समय से इस सड़क के नये सिरे से निर्माण की मांग कर रहे थे। मुख्यमंत्री द्वारा लोगों की वर्षो पुरानी यह मांग मंजूर कर लिए जाने पर क्षेत्र के लोगों में प्रसन्नता है। इस सड़क के बन जाने के बाद इलाके में लगभग 40 से 50 गांवों के लोगों को बारहमासी आवागमन की अच्छी सुविधा मिलने लगेगी और बिलासपुर से जबलपुर जाने के लिए लोगों को लगभग 25 किलोमीटर कम दूरी तय करनी होगी। बिलासपुर-जबलपुर की दूरी घटकर 320 किलोमीटर रह जाएगी। प्रतिनिधि मंडल में सर्वश्री रामकुमार भट्ट, दिनेश मिश्रा, ठाकुर नकुल सिंह, रामस्वरूप साहू, रामकुमार चंद्राकर, मुकेश सिंह, विकास पाण्डेय, दाऊराम वर्मा, सेवाराम कुर्रे, भोलाराम चंद्रवंशी और राजेन्द्र खनूजा भी शामिल थे।