छत्तीसगढ़: आखिर क्या ऐसी वजह रही होगी?..जब राजधानी से सटे इलाके के एक अधिकारी को..अपने ही घर पर बैठना पड़ा अनशन में..पढ़िए पूरी खबर!..

महासमुंद.. छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले से एक अपने तरह का अनोखा मामला सामने आया है..अब तक तो आप लोगो ने जनप्रतिनिधियों को प्रदर्शन करते देखा और सुना होगा ..हो सकता है..सभी के प्रदर्शन करने के तौर तरीके भिन्न हो..मगर यहाँ तो खुद एक अधिकारी अपने ही विभाग में वृहद पैमाने पर हुए करप्शन पर कार्यवाही की मांग को लेकर..अपने निवास में आमरण अनशन पर बैठ गए है!..

दरअसल यह पूरा वाक्या छत्तीसगढ़ की राजधानी से महज 50 किलोमीटर दूर स्थित महासमुंद जिले का है..जहाँ महिला एवं बाल विकास अधिकारी अपने निवास पर आमरण अनशन पर बैठे है..

दरअसल महासमुंद जिले में विगत वर्षों हुए मुख्यमंत्री कन्यादान,और आंगनबाड़ी केंद्रों में दी जाने वाली रेडी टू इट में गड़बड़ी को लेकर जुड़ी हुई है..जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी सुधाकर बोंदले की माने तो जिले में मुख्यमंत्री कन्यादान व रेडी टू इट योजना में भारी मात्रा में भ्रष्टाचार हुआ है..जिसका खुलासा करते हुए ..उन्होंने दोषियों पर कार्यवाही करने की मांग करते हुए..अपने विभाग के उच्चाधिकारियों को कई बार पत्राचार किया था..लेकिन अब कार्यवाही होता ना देख उन्होंने खुद ही कार्यवाही कराने प्रदर्शन करना उचित समझा!..