बिलासपुर। मस्तूरी में इंजेक्शन लगाने से सुपरवाइजर की मौत के मामले में पुलिस ने झोलाछाप के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है। इसके बाद पुलिस फरार झोलाछाप की तलाश कर रही है। घटना के बाद से झोलाछाप अपने क्लिनिक को छोड़कर फरार है। उसका मोबाइल लोकेशन निकाला जा रहा है।
दरअसल, दुर्ग जिले के साजा क्षेत्र अंतर्गत देउरगांव में रहने वाले मुरली यादव (28 वर्ष) संदीपनी नर्सिंग कालेज में सुपरवाइजर थे। वे यहां अपने साथियों के साथ नर्सिंग कालेज परिसर में ही रहते थे। कमर में दर्द होने के कारण वे 21 मार्च को उपचार के लिए मस्तूरी में रहने वाले झोलाछाप प्रितेश मंडल की क्लिनिक में गए थे।
उपचार कि दौरान झोलाछाप ने उनकी कमर में इंजेक्शन लगाया। इसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। साथी अशोक यादव उन्हें लेकर मस्तूरी स्वास्थ्य केंद्र गए। स्वास्थ्य केंद्र में जांच के बाद डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इसकी सूचना पर पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया। डाक्टरों ने जांच के लिए बिसरा प्रिजर्व किया है। इसे लैब भेजा गया है। इधर पुलिस ने गवाहों के बयान दर्ज किए हैं।
गवाहों ने बताया कि, इंजेक्शन लगाते ही सुपरवाइजर के मुंह से झाग निकलने लगा। इसे देख झोलाछाप वहां से फरार हो गया। गवाहों के बयान के आधार पर पुलिस ने गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है। पुलिस फरार प्रितेश मंडल की तलाश कर रही है। उसके मोबाइल का लोकेशन लेने के लिए साइबर सेल से संपर्क किया गया है।
झोलाछाप के इंजेक्शन से सुपरवाइजर की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग ने भी जांच के आदेश दिए हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम जिले में सक्रिय झोलाछाप की जानकारी जुटा रही है। सीएचएमओ डा. प्रमोद महाजन ने जिले में सक्रिय झोलाछाप पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैंं।