बलरामपुर: CM से हुई राजपुर तहसीलदार की शिकायत.. लग रहे गम्भीर आरोप… जाति और निवास प्रमाण पत्रों तक के लिए भी लिए जा रहे पैसे!..

बलरामपुर.. मुख्यमंत्री भुपेश बघेल इन दिनों प्रदेशव्यापी विधानसभावार दौरे पर है..और 4 मई को मुख्यमंत्री बलरामपुर जिले के सामरी विधानसभा प्रवास पर रहे..तथा मुख्यमंत्री ने राजपुर में विभिन्न सामाजिक संगठनों, जनप्रतिनिधियों व वरिष्ठ नागरिकों से मुलाकात की..इस दौरान राजपुर नगर पंचायत अध्यक्ष सहदेव लकड़ा,पार्षद महेंद्र गुप्ता समेत अन्य नागरिकों ने मुख्यमंत्री से तहसीलदार राजपुर की शिकायत मुख्यमंत्री से की है..

बता दे कि तहसीलदार सुरेश राय राजपुर में लंबे समय से पदस्थ है..तथा अविभाजित सरगुजा जिले के समय तहसीलदार सुरेश राय राजपुर तहसील कार्यालय में रीडर के पद पर भी पदस्थ रहे है.. नगर पंचायत अध्यक्ष सहदेव लकड़ा के मुताबिक उन्होंने मुख्यमंत्री से तहसीलदार सुरेश राय की शिकायत है..

मुख्यमंत्री को किये गए शिकायत में  तहसीलदार द्वारा जाति ,निवास प्रमाण पत्रों के नाम पर पैसों की अवैध वसुली..पैसे लेकर फर्जी प्रमाण पत्र जारी करना..भूमि की विक्रय हेतु मैनुअल तरीके से नकल जारी  किया जाना व पंजी संधारण किया जाना.. भूमि क्रय विक्रय पंजीयन के दस्तावेजों के आधार पर नामांतरण के लिए पैसों की वसूली..वसीयत के आधार पर नामांतरण के लिए मोटी रकम की वसूली..मुख्यालय में निवास न करना..तहसील कार्यालय में ग्रँथपाल के  पद पर पदस्थ कर्मचारी राजेश चौधरी को अटैच कर उक्त कर्मचारी से वसूली कराना..तहसीलदार के सह पर अवैध तरीके से निजी क्लिनिक का संचालन कराना..स्टॉक सत्यापन के नाम पर राइस मिलरों से पैसों की वसूली करना.. तथा पैसों का लेन देन कर शासकीय भूमि पर अतिक्रमण कराना जैसे गम्भीर शिकायते शामिल है..

वही तहसीलदार सुरेश राय के विरुद्ध शिकायतो का पुलिंदा कुछ महीनों पूर्व आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो से भी किया गया है..जिसमे तहसीलदार के विरुद्ध लगाए गए आरोपो का प्रमाण देने की बात आवेदकों द्वारा लिखी गई है..

बहरहाल अब देखने वाली बात होगी कि..जहाँ मुख्यमंत्री विधानसभावार दौरे में भेंट मुलाकात कार्यक्रम के माध्यम से आमलोगों से सीधा संवाद कर दोषी अधिकारियों पर कार्यवाही कर रहे है..और जो शिकायते उन्हें राजपुर तहसीलदार के विरुद्ध मिली उस पर अब कलेक्टर क्या कार्यवाही करते है?…