वन महोत्सव: मंत्री जी आये तो थे पर्यावरण बचाने का संदेश लेके..पर मोदी जी के सपने को ठेंगा दिखाते चलते बने…

बलरामपुर…(कृष्णमोहन कुमार) जिस तरीके से बरसात के आते ही पौधे लगाने की होड़ मची रहती है..और वन महोत्सव को त्यौहार जैसे महौल में मनाने वन विभाग लाखो रुपया पौध रोपण के नामपर खर्च करता है..वह सब तब धरी की धरी रह जाती है..जब मुँह के बोल हकीकत में नजर नही आते है…

दरसल ऐसा ही एक वाकया बलरामपुर जिले के पर्यटन स्थल के रूप में प्रसिद्ध हो चुके तातापानी में देखने को मिला..जहाँ वन विभाग ने वन महोत्सव मनाते हुए 200 पौधे लगाए और इस कार्यक्रम में बतौर अतिथि राज्य के श्रम मंत्री व जिले के प्रभारी मंत्री भईया लाल राजवाड़े ,वन औषधि बोर्ड के अध्यक्ष रामप्रताप सिंह समेत अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधी पहुँचे थे… और मौके पर पौध रोपण भी हुआ..अपने -अपने भाषण मे लगभग सभी अतिथियों ने पर्यावरण संतुलन पर जोर दिया..स्वयं प्रभारी मंत्री ने भी इस ओर अपनी रुचि दिखाई..पर मंत्री जी जैसे ही कार्यक्रम स्थल से रवाना हुए..मौके पर कचरों का ढेर लग गया..और पहले कभी साफ सुथरी पृष्ठभूमि की दिखने वाली जगह कचरे के ढेर में तब्दील हो गई…अब तो आलम यह है की कल हुए गन्दगी को इन पंक्तियों के लिखे जाने तक दूसरे दिन भी साफ नही की गई..

बता दे की एक ओर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने कार्यक्रमो में लोगो को स्वच्छता का संदेश देते दिख जाया करते है..तो वही दुसरी ओर अधिकारी तो अधिकारी नेताओ का भी ध्यान नही गया…

हड़बड़ी में हो गई गड़बड़ी..
कार्यक्रम स्थल पर जिस तरह से गढ्ढे खोदकर छोड़ दिये गए..और पौधों को डम्प किया गया है..उससे तो यही लग रहा है..की यह हड़बड़ी में गड़बड़ी हो गई..