बलरामपुर..(कृष्णमोहन कुमार)…जिला मुख्यालय में जमीन दलालों द्वारा भूमि स्वामी को बंधक बनाकर 5 एकड़ जमीन की जबरन रजिस्ट्री कराने का मामला सामने आया है..और इस मामले में फौरी तौर पर कार्यवाही करते हुए ..पुलिस ने दो आरोपियों उमेश सिह,शिक्षक कुलदेव गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया है..वही इस मामले के 7 आरोपी अब भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है..
जानकारी के मुताबिक ग्राम सेमली निवासी 61 वर्षीय परमेश्वर सिह जाति मार ने 30 जनवरी 2022 को बलरामपुर कोतवाली में लिखित शिकायत कर जमीन दलालों व हल्का पटवारी के द्वारा डीएफओ बंगले के पास एनएच 343 से सटी उसकी 5 एकड़ जमीन की जबरन अम्बिकापुर में रजिस्ट्री कराने की जानकारी पुलिस को दी थी..और पुलिस ने मामले की गम्भीरता से जांच करते हुए शिकायत सही पाते हुए ..9 आरोपियों जिसमे (1) ग्राम सेमली निवासी हृदयानंद गुप्ता उर्फ बबलू,(2)उमेश सिह,(3)बलरामपुर निवासी आशीष टोप्पो तथा एक ही परिवार के (4)कुंजन गुप्ता,(5)चंदन गुप्ता,(6)आशीष गुप्ता,(7)ग्राम महुली वाड्रफनगर निवासी शिक्षक कुलदेव प्रसाद गुप्ता,(8) जशपुर निवासी शुभम ओहदार व हल्का पटवारी पवन सिंह के विरुद्ध भादवि की धारा 147,148,149,365,368,420,294,506,323 के तहत मामला दर्ज कर लिया है..
दरअसल परमेश्वर सिह से 28 जनवरी की सुबह हृदयानंद गुप्ता मिलने उसके घर पहुँचा था..और उसे पड़ोस के ग्राम अधौरा में ले जाकर उसके साथ शराब सेवन करने के बाद अपने अन्य साथियों व दो गवाहो को लेकर अम्बिकापुर उप पंजीयक कार्यालय पहुँचे थे..जहाँ प्रार्थी से मारपीट करते हुए ..जान से मारने की धमकी देते हुए ..हल्का पटवारी पवन सिंह से मिलीभगत कर प्रार्थी के खसरा नम्बर 80 में दर्ज 1.9हेक्टेयर रकबा(4 एकड़ 75 डिसमिल) तथा खसरा नम्बर 260 में दर्ज 0.59हेक्टेयर(1एकड़ 47 डिसमिल) जमीन की रजिस्ट्री जबरन कराया गया था..वही उक्त जमीन की रजिस्ट्री कराने के बाद जमीन दलालों ने प्रार्थी को जमीन के एवज में पैसे भी नही दिए..
बता दे कि जिला मुख्यालय में इन दिनों जमीन दलालों की संख्या में इजाफा हो गयक है..और दलालों की सक्रियता का मुख्य कारण राजस्व अमले से मिलीभगत कर भूमि स्वामियों पर जमीन बेचने का दबाव डालकर जमीन की खरीदी -बिक्री का कारोबार फल फूल रहा है.. लेकिन तमाम शिकायतों के बाद भी जिला प्रशासन जमीन दलालों पर लगाम लगाने में नाकाम रही है..और तहसील से लेकर कलेक्टर कार्यालय व पुलिस थानों में ऐसे कई शिकायत लंबित है..जिसकी जांच अगर सही तरीके से की जाए ..तो जमीन दलाल ही नही कई जिम्मेदार अधिकारियों के निपटने के आसार है!..
इस पूरे मामले में दिलचस्प यह है..की पटवारी पवन सिंह ने अपने रिश्तेदार शुभम ओहदार तथा कुंजन गुप्ता,चंदन गुप्ता,आशीष गुप्ता,कुलदेव गुप्ता के नाम पर उक्त भूमि की रजिस्ट्री की गई है!..सूत्रों की माने तो जमीन कुलदेव गुप्ता ने 16 लाख रुपये लोन लेकर पटवारी पवन सिंह को दिया था!..