बालोद : कलेक्टर जनमेजय महोबे डौण्डी विकासखण्ड के दूरस्थ वनांचल ग्राम सिंघोला के पारा सुकड़ीगुहान पहुंचे। बरसात में मार्ग खराब होने के कारण कलेक्टर लगभग दो किलोमीटर मोटरसायकल चलाकर सुकड़ीगुहान पहुंचे। वहां उन्होंने ग्रामीणों से चर्चा कर उनकी समस्याए सुनीं। ग्रामीणों ने कलेक्टर से सड़क और आंगनबाड़ी केन्द्र की मांग की। ग्रामीणों ने कलेक्टर को बताया कि यहां साठ से ज्यादा परिवार निवास कर रहे हैं। सभी कमार समाज के हैं।
कलेक्टर ने कमार समाज के आय संवर्धन एवं जीविकोपार्जन में वृद्धि हेतु दी जा रही बांस हस्तकला पर आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम का अवलोकन किया। आदिवासी विकास विभाग की उपायुक्त माया वारियर ने बताया कि अलग-अलग समूह बनाकर यहां कमार समाज के 150 लोगों को बांस के सोफा सेट, पलंग, नाईट लैम्प व सजावटी सामान जैसे उपयोगी सामग्रियों के निर्माण का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिससे वे आत्मनिर्भर होकर अधिक से अधिक आय संवर्धन कर सकें।
उन्होंने बताया कि सुकड़ीगुहान के कमार समाज के लोगों के द्वारा नियमित रूप से बांस का सुपा, टोकरी आदि सामग्री तैयार व विक्रय कर अपना जीविकोपार्जन कर रहे हैं। कलेक्टर ने ग्रामीणों को मुर्गीपालन तथा बकरीपालन के लिए भी प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने उचित मूल्य की दुकान से राशन मिलने तथा पारा में बिजली, पेयजल की उपलब्धता आदि की भी जानकारी ली। इस दौरान जनपद पंचायत डौण्डी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी बी.एस.राज, ग्राम पंचायत सिंघोला के सरपंच, उप सरपंच आदि मौजूद थे।