छत्तीसगढ़ के बालोद में जिला एवं सत्र न्यायालय के परिसर में एक शख्स के खुदकुशी के प्रयास का मामला सामने आया है। बताया गया है कि शख्स न्याय नहीं मिलने से परेशान था। इसके कारण उसने ये आत्मघती कदम कोर्ट परिसर के अंदर ही उठा लिया है। वो सुबह से कोर्ट पहुंचा हुआ था। अचानक करीब 11 बजे उसने कीटनाशक पी लिया। इसके बाद कोर्ट परिसर में अफरा-तफरी मच गई, बाद में उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शख्स के पास से सुसाइड नोट भी मिला है। इसमें उसने इस बात का जिक्र किया है कि वो न्याय नहीं मिलने से परेशान था।
जिला सत्र न्यायायल में पड़कीभाट निवासी बाबूलाल साहू सुबह से ही कोर्ट परिसर में घूम रहा था। करीब में सुबह 11 बजे उसने कीटनाशक दवाई पी ली। आनन फानन में मौके पर एम्बुलेंस को बुलाया गया, जहां से उसे गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पता चला है बाबूलाल का कोर्ट में सिविल केस चल रहा है जो उसके भाई की जमीन से संबंधित है, जिसकी पेशी की तारिख 19 अगस्त को मिली थी। उसी के सिलसिले में वो कोर्ट पहुंचा था।
बाबूलाल जिला कोर्ट पहुंचने से पहले ही अपने शर्ट की जेब में सुसाइड नोट रखा हुआ था। ये सुसाइड नोट तब मिला है जब उसे अस्पताल लाया गया। बाबूलाल ने सुसाइड नोट में लिखा है कि उसने बालोद न्यायालय कई बार न्याय की मांग की है। 2 साल हो गए, मुझे न्याय नहीं मिला। इसी बात से मैं परेशान हूं और कीटनाशक दवाई पीकर अपनी जान दे रहा हूं। उसने आगे लिखा है कि मेरी मौत के बाद जल्द न्याय दिलाने का प्रयास किया जाए।
एडिशनल एसपी डीआर पोर्ते ने बताया कि सूचना मिली थी कि कोर्ट परिसर में बाबूलाल साहू नाम के व्यक्ति ने कीटनाशक दवाई पीकर खुदकुशी करने की कोशिश की है, मामले की जानकारी मिलने के बाद उसे हॉस्पिटल लाया गया है। उसका उपचार किया जा रहा है।