अम्बिकापुर। ग्रामीण अंचल में चाव से खाए जाने वाले मुर्रा लड्डू की परंपरा को कायम रखने के लिए सीतापुर के आदर्श गोठान सोन तराई में स्व सहायता समूह की महिलाओं ने मुर्रा लड्डू बनाना शुरू किया है। यहाँ से बने मुर्रा लड्डू को बाजार और सी मार्ट में भी बेचा जएगा।
कलेक्टर संजीव कुमार झा ने सोमवार को सोनतराई गोठान का निरीक्षण किया। उन्होंने गोटगां में संचालित आजीविका गतिविधियों का अवलोकन किया। इस दौरान मुर्रा प्रोसेसिंग यूनिट का भी निरीक्षण कर जानकारी प्राप्त की और समूह की महिलाओं को जरूरी निर्देश दिए। कलेक्टर ने गोठान में गोबर खरीदी रजिस्टर का निरीक्षण कर खरीदी सुचारू रूप से करने के निर्देश दिए। वर्मी पिट में बन रहे वर्मी कम्पोस्ट खाद की छनाई तथा पैकिंग शीघ्र करने के निर्देश दिए।
उन्होंने गोठान में बने कुक्कुट पालन, मुर्गी पालन तथा बकरी पालन शेड का निरीक्षण किया। उन्होंने समूह की दीदियों से चर्चा कर गोठान में बकरी पालन शेड, मशरूम शेड तथा बोरा प्रसंस्करण इकाई के लिए प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि प्रत्येक दीदी को माह में कम से कम 10 हजार रुपये की आय होनी चाहिए। गोठान में किनारे -किनारे मुनगा, पपीता और केला के पौधे लगाएं तथा बीच बीच मे बरबट्टी, भिंडी, करेला तथा अन्य मौसमी सब्जी -भाजी लगाने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान जिला सीईओ विनय लंगेह, एसडीएम अनमोल टोप्पो, जनपद सीईओ संजय मरकाम तथा अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।