सीतापुर:-प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के आह्वान पर अपनी लंबित माँगो को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं मैदानी क्षेत्रों में कार्यरत सैकड़ो स्वास्थ्यकर्मी दो दिन के सामूहिक अवकाश पर चले गये है।इनके अवकाश पर चले जाने से स्वास्थ्य केंद्र समेत मैदानी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा बुरी तरह चरमरा गई है जिससे लोगो को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
विदित हो कि कोरोना संकट काल मे कोरोना पीड़ित मरीजों की डटकर सेवा करने वाले स्वास्थ्य कर्मचारियों ने सरकार से कोरोना भत्ता,50 लाख का बीमा,कोरोना उपचार के दौरान मृत्यु होने पर 50 लाख की अनुग्रह राशि एवं तत्काल अनुकंपा नियुक्ति, जोखिम भत्ता,लंबित महंगाई भत्ता का भुगतान एवं एरियर्स,रोकी गई वार्षिक वेतन वृद्धि तत्काल देने एवं अन्य लंबित माँगे पूरी करने की माँग की थी।अपनी लंबित माँगो को पूरा करने स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने कई बार सरकार का ध्यानाकर्षण भी कराया था किंतु सरकार इनकी माँगो के प्रति उदासीन बनी रही।इस संबंध में स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के ब्लॉक अध्यक्ष बलभद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि सरकार के इस उदासीन रवैये से स्वास्थ्य कर्मचारी काफी आहत है जिसकी वजह से हमे यह कदम उठाना पड़ रहा है।स्वास्थ्य कर्मचारियों के अवकाश पर चले जाने से निश्चित ही स्वास्थ्य सेवाओं पर इसका बुरा असर पड़ेगा और लोग परेशान होंगे किंतु सरकार के उदासीन रवैया के कारण संघ को यह कदम उठाना पड़ रहा है।लंबे इंतजार के बाद मजबूर होकर लंबित माँगो को पूरा करने प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के आह्वान पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं मैदानी क्षेत्रों में कार्यरत सैकड़ो स्वास्थ्य कर्मचारी दो दिन के सामूहिक अवकाश पर जाने का निर्णय लिया है और अब सरकार से ये उम्मीद करते है कि वो स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के लंबित माँगो पर गंभीरता पूर्वक विचार कर इसे शिघ्र पूरा करेगी।इस अवसर पर श्रीमती आर जे आशना,श्रीमती श्यामरानी खलखो,चैतन राठिया कमलेश त्रिपाठी जवाहर कुशवाहा कमलेश गुप्ता श्रवण गुप्ता संतोष नाग श्रीमती एस कुमार सुरेश यादव श्रीमती उर्मिला तिर्की श्रीमती दमयंती साहू आदि शामिल थे।