छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में सीतापुर विधानसभा से पूर्व विधायक रहे प्रोफेसर गोपाल राम की चर्चा इन दिनों देशभर में हो रही हैं। दरअसल, उनके द्वारा सीतापुर क्षेत्र की जनता से एक वादा किया जा रहा है, जो चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल, पूर्व विधायक गोपाल राम ने दावा किया है कि वे क्षेत्र की जनता को 20 हजार करोड़ रुपए बाटेंगे। कुछ लोग तो धन पाने की लालसा में पूर्व विधायक की बातों में आकर उनके पास दस्तावेज जमा कर रहे है। जबकि कई लोगों का कहना है कि बेवजह कोई इतनी बड़ी रकम क्यों बांटेगा।
पूर्व विधायक व भाजपा नेता प्रोफ़ेसर गोपाल राम सीतापुर क्षेत्र की जनता को 10-20 हजार नहीं, बल्कि 20 हजार करोड़ रुपये बांटने का दावा कर रहे है। इतनी बड़ी रकम को प्रोफेसर गोपाल राम लोगो के बैंक खाते में डालने की बात कह रहे है। यही नहीं प्रोफेसर गांव-गांव में घूम-घूमकर लोगों से उनके बैंक खाते की जानकारी ले रहे हैं। पूर्व विधायक का कहना है कि उनके बैंक खाते में भारतीय रिजर्व बैंक के द्वारा रुपए दिया जाना है। इसके बाद वे लोगों के खाते में पैसा डालेंगे।
प्रोफेसर गोपाल राम के दावे के बाद लोग हैरत में पड़ गए हैं और तरह-तरह की चर्चाएं शुरु हो गई है। यही नहीं कुछ लोगों के द्वारा प्रोफेसर गोपाल राम के पास राशन कार्ड, आधार कार्ड सहित अन्य दस्तावेज भी जमा किया गया है। लोग यह समझ कर उनके पास दस्तावेज जमा कर रहे हैं कि उनके घर के मुखिया को 2 लाख रुपए, 15 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को एक लाख और 15 वर्ष से कम वाले लोगों को 50 हजार रुपये दावे की मुताबिक मिलेगा। अब तक 2 हजार से अधिक लोग पूर्व विधायक के पास फार्म जमाकर चूके है। कुछ लोगों का कहना है कि इस तरह कोई भी व्यक्ति बेवजह क्यो किसी को इतनी बड़ी रकम देगा।
बहरहाल पूर्व विधायक का दावा मूर्त रूप ले पाता हैं या नहीं यह तो वक्त ही बताएगा। मगर जिस तरह से पूर्व विधायक का वादा और निजी अभियान, सीतापुर समेत अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में हड़कंप मचाया है।।उससे कई सवाल खड़े हो रहे हैं और विपक्षी दल भी इसे लेकर असमंजस में है। इधर इस मामले को लेकर प्रदेश के खाद्य मंत्री व सीतापुर विधानसभा से वर्तमान विधायक अमरजीत भगत ने कहा कि अगर इस तरीके से 20 हजार करोड़ दिया जा रहा है तो मेरे क्षेत्र के लोगों के लिए खुशी की बात होगी, लेकिन किसी तरीके की ठगी का शिकार ना हो जाए इसका भी ध्यान लोगों को रखना होगा।
पूर्व विधायक गोपाल राम ने बताया कि अभी भारत सहित पुरे विश्व में कोरोना संक्रमण फैला है। इस दौरान कई लोग प्रताड़ित हुए कई लोगो का स्वर्गवास हो गया। हमने व्यक्तिगत एक कार्यक्रम बनाया कि कोरोना से बचने के लिए गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों को कोरोना से लड़ाई लड़ने के लिए शक्ति के रूप में आर्थिक मदद किया जाए। हम उनको फ्री में पैसा देने का निर्णय लिया है। हर परिवार से एक कार्यकर्ता होगा कार्यकर्ताओं को दो लाख रुपए देंगे। इसके बाद जितने भी व्यस्क बच जाते है, 16 साल से ऊपर उनको एक एक लाख रुपए देने का हमने प्लान बनाया है। 15 साल से नीचे के जो बच्चे है इनको 50 हजार दिया जाएगा।