सीतापुर (फटाफट न्यूज) | अनिल उपाध्याय
सरगुजा: देर रात छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक की शाखा प्रतापगढ़ में अज्ञात चोरों ने धावा बोल दिया। बैंक का रोशनदान तोड़कर अंदर घुसे चोरों के हाथ लॉकर लग गया। जिसे तोड़ने का काफी प्रयास किया पर चोर लॉकर तोड़ने में सफल नही हुए। इस दौरान चोरों ने बैंक में रखे दस्तावेजो को तितर बितर कर दिया। बैंक प्रबंधन द्वारा थाने में सूचना देने के बाद अज्ञात चोरों के विरुद्ध अपराध दर्ज कर पुलिस चोरों की तलाश में जुट गई है।
जानकारी के अनुसार सोमवार को देर रात प्रतापगढ़ स्थित छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक में चोरों ने धावा बोल दिया। पीछे से रोशनदान तोड़कर अंदर घुसे चोरों ने नगदी की तलाश में पूरे बैंक का कोना कोना छान मारा पर उन्हें नगदी नही मिला। इस दौरान उनके हाथ बैंक का लॉकर लग गया। जिसे चोरों ने तोड़ने का काफी प्रयास किया पर असफल रहे। चोरी की नीयत से बैंक के अंदर घुसे चोरों की मंशा जब पूरी नही हुई तो वे बैंक के कागजात बिखेरते हुए भाग निकले।
सुबह जब बैंक प्रबंधन को खबर लगी। तब उन्होंने थाने में इसकी सूचना दी। मौके पर पहुँची पुलिस ने बैंक का मुआयना कर अज्ञात चोरों के विरुद्ध धारा 457, 380, 427, 511 के तहत अपराध दर्ज कर तलाशी अभियान छेड़ दी है। इस संबंध में उपनिरीक्षक अनिल सोनवानी ने बताया कि बैंक के सीसी टीवी कैमरे से मिले फुटेज को खंगाला जा रहा है। उसके आधार पर चोरों की पहचान की जा रही है। पुख्ता जानकारी हासिल होती है चोर पुलिस की गिरफ्त में होंगे।
क्षेत्र में दिनोदिन बढ़ रही चोरी की घटना
इन दिनों क्षेत्र में चोरी की घटना में दिनोंदिन इजाफा होता जा रहा है। दो माह पूर्व गुतुरमा एवं राधापुर से चोरी हुए ट्रेक्टर का आज तक सुराग नही मिल पाया। पिछले महीने चोरों ने कॉलेज के पास घर के चारदीवारी के अंदर खड़ी पल्सर बाइक पार कर दिया था। इसके अलावा चोरों ने ग्राम तेलईधार से टॉवर में लगे 23 नग एवं डांगबुड़ा से टॉवर में लगे 24 नग बैटरी पार कर दिया था। इन सभी मामलों में चोरों के विरुद्ध थाने में चोरी का अपराध दर्ज है।
कबाड़ के अवैध व्यापार से क्षेत्र में बढ़ी चोरी की घटना
नगर सहित गुतुरमा चलता काराबेल में धड़ल्ले से चल रहे कबाड़ के अवैध व्यापार की वजह से क्षेत्र में चोरी की घटनाओं में काफी इजाफा हुआ है। कबाड़ का अवैध व्यापारी झारखंड बिहार एवं पश्चिम बंगाल से अपने गुर्गे बुला रखे हैं। जो क्षेत्र में घूम घूम कर कबाड़ खरीदने के बहाने रेकी करते है और मौका पाते ही समान पार कर देते है। इनके निशाने पर खेतो में लगे टुल्लूपंप टॉवर के बैटरी साइकिल बिजली के तार रहते है। जिन्हें ये गायब कर कबाड़ी के यहाँ खपा देते हैं।जिसे कबाड़ी कटर मशीन से काट पीटकर कबाड़ बना देते है। इन दिनों क्षेत्र में कबाड़ खरीदने वालों की बाढ़ सी आ गई है। जो थाने में बिना वेरिफिकेशन के शहर के आसपास के गांव में किराए का मकान लेकर रहते है। गांव में घूम घूम कर अवैध कबाड़ खरीदने वाले कई लोग तो ऐसे है जिन्हें ठीक से हिंदी बोलना तक नही आता। दरअसल इन्हें कबाड़ व्यापारियों का पूरा संरक्षण प्राप्त है। इसलिए इनके विरुद्ध कोई कार्रवाई नही होती है। जिसकी वजह से क्षेत्र में चोरी की घटनाओं में तेजी से वृद्धि हो रही है। जिससे आम जनता काफी परेशान एवं चिंतित हैं।