छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव नजदीक है। निर्वाचन आयोग ने छत्तीसगढ़ में होने वाले लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। राजनैतिक पार्टियां जनता को साधने में जुट गई है। ऐसे समय में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, पूर्व सीएम भूपेश बघेल मुश्किलों में है। महादेव सट्टा ऐप मामले में ईडी ने भूपेश बघेल के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है। इस घटनाक्रम के बाद प्रदेश में सियासत गरमाई हुई है। पूर्व सीएम भूपेश बघेल के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद सरगुजा मे इसी मसले को लेकर भाजपा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की।
सरगुजा जिले के लुण्ड्रा विधानसभा से विधायक प्रबोध मिंज, भाजपा जिलाध्यक्ष ललन प्रताप सिंह की उपस्थिति में संकल्प भवन भाजपा कार्यालय अम्बिकापुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित किया गया। पूर्व सीएम भूपेश बघेल के खिलाफ दर्ज एफआईआर को लेकर विधायक प्रबोध मिंज ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शोर मचा रहे हैं कि मै चोर नहीं हूँ। वास्तव में यह एक दिन की प्रक्रिया नही हैं। लंबे समय से इसकी जांच चल रही थी। ईडी के द्वारा जांच भी की जा रही थी और जहाँ संदिग्ध था, वहाँ छापेमारी भी की गई और इस कार्रवाई में जो आरोपी सिद्ध होने वाले थे। उनके खिलाफ जांच में जो तथ्य आये उसके आधार पर ईओडब्ल्यू को जांच सौपा गया। इस जांच जो 19 नाम है उसमें पूर्व मुख्यमंत्री का भी नाम शामिल हैं। यही वजह है कि पूर्व मुख्यमंत्री छटपटा रहे है और अर्नगल बातें कर रहे हैं।
लुण्ड्रा विधायक प्रबोध मिंज ने कहा कि महादेव की दृष्टि उनके (भूपेश बघेल) ऊपर पड़ चुकी है। केवल उनके ऊपर नहीं पूरे कांग्रेस के ऊपर पड़ गई है। जैसा संदेह और अंदेशा दिख रहा है, जो लोग ट्रेस हो रहे है वे सभी कांग्रेस के लोग है। कांग्रेस की सरकार महादेव ऐप को संरक्षित कर रही थी। कई अधिकारी संरक्षित कर रहे थे। महादेव ऐप ही नहीं, कोयला घोटाला, बालू घोटाला, तमाम बड़े-बड़े घोटालों में बड़े-बड़े नेता संरक्षित थे। इसलिए उनकी सरकार खत्म हो गई।
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