अम्बिकापुर. मध्य पूर्वी बंगाल की खाडी मे 22 मई को निर्मित अवदाब क्षेत्र अब ‘याश’ चक्रवाती तूफान का रूप ले चुका है. जो 26 मई बुधवार को वो पृथ्वी से टकराने के बाद झारखंड की ओर प्रवेश करेगा.. और झारखंड और पश्चिम बंगाल के कुछ इलाको मे प्रभाव के बाद ये चक्रवाती तूफान पश्चिमी झारखंड की तरफ से छत्तीसगढ के कुछ जिलो मे प्रभाव डालेगा.
दरअसल मध्य पूर्वी बंगाल की खाडी से उत्पन्न “याश” चक्रवाती तूफान 26 तारिख को पृथ्वी से टकराने के बाद पश्चिमी झारखंड के रास्ते छत्तीसगढ के जिन जिलो मे प्रवेश करेगा. उसमे बलरामपुर, सरगुजा और जशपुर जिला शामिल हैं. इधर मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक जब ये चक्रवाती तूफान छत्तीसगढ मे प्रवेश करेगा. उस दौरान इन इलाको मे 50 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तेज रफ्तार हवाए चलेंगी. इतना ही नहीं इस चक्रवात का असर 26, 27, 28 मई तक छत्तीसगढ के इन इलाको मे रहेगा और इन दिनो मे इन तीन-चार जिलो मे गरज से साथ बारिश भी होगी.
“मध्य पूर्वी बंगाल की खाड़ी में 22 तारीख़ को निर्मित हुआ अवदाब क्षेत्र अब चक्रवर्ती तूफान का रूप ले चुका है. इस चक्रवर्ती तूफान का नाम ‘याश’ है. ‘याश’ चक्रवर्ती तूफान आगे बढ़ता हुआ. अनुमान है कि 26 मई को ओडिशा और पश्चिम बंगाल के बीच के पाराद्वीप और सागर आइलैंड के बीच के जमीन से टकराएगा. इस समय यह गहन अवदाब के रूप में है और आगे बढ़कर ये सुपर साइक्लोन का रूप ले लेगा. जमीन से टकराने के बाद अनुमान है कि यह चक्रवर्ती तूफान झारखंड की ओर प्रवेश कर जाएगा. पश्चिम झारखंड की ओर से प्रवेश करने के बाद इसके क्षेत्र में आने वाले उत्तर छत्तीसगढ़ के प्रमुख क्षेत्र होंगे. बलरामपुर, सरगुजा, जशपुर जिले के क्षेत्र होंगे. जहां पर अनुमान है कि 20 से 40 नॉट मतलब 50-60 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलेंगी. तूफान के जाने के बाद ये भी संभावना बनी रहेगी कि अगले 2-3 दिनों तक अर्थात 26, 27, 28 तारीख तक कहीं-कहीं गरज के साथ बारिश की संभावना बनी रहेगी.”
• अक्ष. मोहन भट्ट, मौसम वैज्ञानिक, अम्बिकापुर