अम्बिकापुर। लखनपुर ब्लॉक में बंद पड़े अमेरा खुली खदान में ग्रामीण को कोयला चोरी करना महंगा पड़ गया। मिट्टी धसनें से सुरंग में 24 घण्टे तक फंसे रहने के बाद ग्रामीण की इलाज के दौरान मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मौत हो गई। इधर खदान प्रबंधन की शिकायत पर लखनपुर पुलिस ने मृतक के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है।
विगत 2 वर्षो से बंद पड़े लखनपुर स्थित अमेरा खुली खदान में आए दिन आसपास इलाके के ग्रामीण मिट्टी खोदकर कोयला चोरी करते हैं। इस दौरान ग्रामीणों के जान जाने का जोखिम तो रहता ही है.. लेकिन घरेलू उपयोग के लिए जान की परवाह किए बिना खुली खदान से ग्रामीण कोयला चोरी करते हैं।
इसी कड़ी में कोयला चोरी करना एक ग्रामीण को महंगा पड़ गया और उसे अपनी जान गवानी पड़ी। दरअसल मंगलवार को एक घटना सामने आई। जहां 55 वर्षीय रंजीत राम नाम का एक ग्रामीण अमेरा खुली खदान में कोयला चोरी करने पहुंचा था। ग्रामीण कोयला निकालने के लिए मिट्टी खोद रहा था। तभी अचानक मिट्टी धसक गई और वह एक गहरी सुरंग में बुरी तरह फंस गया। यही नहीं सुरंग के अंदर ग्रामीण 24 घंटे तक जिंदगी और मौत से संघर्ष करता रहा।
वहीं बुधवार को खदान क्षेत्र में लगे प्लांटेशन की सुरक्षा कर रहा फायर वाचर सतार सिंह वहां पहुंचा तो उसे कहारने की आवाज सुनाई दी। इसके बाद फायर वाचर ने पास जाकर देखा तो ग्रामीण सुरंग में फंसा हुआ नज़र आया।
तब जाकर फायर वाचर ने स्थानीय लोगों की मदद से ग्रामीण को किसी तरह सुरंग से बाहर निकाला। इसके बाद एसईसीएल प्रबंधक के सुरक्षाकर्मी सहित अन्य लोगों को घटना की जानकारी के बारे में पता चला। वहीं सूचना पर परिजन भी मौके पर पहुंच गए और एसईसीएल प्रबंधन की मदद से परिजन पीड़ित को गंभीर स्थिति में इलाज के लिए लखनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लेकर गए।
यहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे मेडिकल कॉलेज अस्पतल रेफर कर दिया गया। लेकिन 24 घंटे तक इलाज चलने के बाद पीड़ित की मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मौत हो गई। इधर खदान प्रबंधन की शिकायत पर लखनपुर पुलिस ने कोयला चोरी के आरोप में मृतक के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया है। वहीं शव को पंचनामा पश्चात पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।