प्रशासनिक अमले व वार्डवासियों में झूमाझटकी, किया चक्का जाम

कब्जा हटाने को लेकर घुटरापारा में तनाव
प्रशासनिक अमले व वार्डवासियों में झूमाझटकी, किया चक्का जाम

अम्बिकापुर

शिकायत पर कब्जा हटाने नगर के घुटरापारा में पहुंची प्रशानिक टीम को आज वार्डवासियों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। नौबत यहां तक आ गई कि प्रशासनिक अमले व वार्डवासियो के बीच झूमाझटकी तक हो गई। मौके पर मौजूद तहसीलदार पर वार्ड की महिलाओं ने अभद्र व्यवहार करने तक का आरोप लगाया है। घुटरापारा में तनाव इतना बढ़ गया कि वार्डवासियों ने प्रदर्शन करते हुये चक्का जलाकर बैठ गये। अंत में प्रशानिक अमले को बिना कार्यवाही किये ही वापस लौटना पड़ा। वार्ड की पार्षद द्वारा कलेक्टर से चर्चा करने पर कलेक्टर ने जांच के लिए दो माह का समय दिया है।
जानकारी के अनुसार घुटरापारा निवासी भुनेश्वर साव से सुनिल सोनी सहित दो अन्य लोगों ने घुटरापारा में ही वर्ष 2003 में जमीन खरीदी थी। उस जमीन तीनो ने मकान भी बना लिया है। बताया गया कि भुनेश्वर साव की दो पत्नीयां है। जिसमें एक सामान्य तो दूसरी आदिवासी समुदाय की है। जमीन बेचने पर आदिवासी समुदाय की पत्नी के पुत्र छोटू चेरवा ने एसडीएम कोर्ट में आवेदन देकर शिकायत दर्ज कराई थी। छोटू चेरवा की पक्ष में निर्णय होने के बाद उक्त तीनों खरीददारों को पूर्व में नाटिस दिया गया था। आज तहसीलदार उमेश पटेल सहित प्रशासनिक अमला जेसीबी लेकर कब्जा हटाने घुटरापारा पहुंचा तो प्रशासनिक टीम को देखकर वार्डवासी आक्रोशित हो गये। पहले तो वार्डवासियों ने जेसीबी के सामने प्रदर्शन करते हुये उसे कार्यवाही करने से रोक डाला। तहसीलदार द्वारा वार्डवासियों को समझाने पर वार्डवासी भड़़क गये। इस बीच प्रशानिक अधिकारी वार्ड वासियों में जमकर कहा सूनी हुई। नौबत यहा तक आ गई की वार्डवासियों व तहसीलदार के बीच हल्की झूमाझटकी भी हुई। कार्यवाही करने से रोकने वार्डवासियों ने टायर जलाकर विरोध करना शुरू कर दिया। जिसे देखते हुये उपस्थित वार्ड की महिलाओ ने तहसीलदार पर अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाया जिस पर वार्ड के लोग आक्रोशित होकर चक्का जाम कर दिया। स्थिति को देखते हुये वार्ड पार्षद उर्मिला सोनी ने कलेक्टर से चर्चा की। कलेक्टर ने मामले में पुनः जांच के लिए दो माह समय दिया। अंततः प्रशासनिक टीम बैरंग ही लौट गई।