बलरामपुर..जिले में लोक निर्माण विभाग के द्वारा जारी की किये गए..निविदा प्रक्रिया एक बार फिर सन्देह के दायरे में है..वही ठेकेदार संघ बलरामपुर के सदस्यों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है..
दरअसल लोक निर्माण विभाग द्वारा 14 मई 2020 को शासकीय भवनों की रंगाई पुताई व मटेरियल सप्लाई के लिए लगभग 2 करोड़ 30 लाख के 12 कार्यो के लिए ..निविदा आमंत्रित की गई थी..जिसका प्रकाशन समाचार पत्रों में भी किया गया था..जिसमे निविदा आमंत्रित करने की अंतिम तिथि 25 मई 2020 को दोपहर 3.30 बजे तक निर्धारित की गई थी..लेकिन कुछ ठेकेदारों का आरोप है..की उन्हें तय समय सीमा के अंदर निविदा प्रपत्र जमा करने नही दिया गया..और उन्हें छुट्टी होने की बात कहकर निविदा की अंतिम तिथि बढ़ने का हवाला देकर कार्यपालन अभियंता लोकनिर्माण विभाग के कार्यालय से उन्हें वापस भेज दिया गया है..
वही इस मामले को लेकर ठेकेदार संघ के सदस्यों का आरोप है..की 25 मई को ही ..कुछ ठेकेदारों से मिलीभगत कर अधिकारियों ने निविदा खोली ..और उन्हें वर्क आर्डर भी जारी कर दिया गया..जिसकी जानकारी बलरामपुर के ठेकेदारों को 5 जून को हुई..और बलरामपुर ठेकेदार संघ के राजेश सिंह, अमित गुप्ता,रवि सोनी, गौतम सिह ने कलेक्टर से हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए ..कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा..और कलेक्टर श्याम धावड़े ने इस मामले की जांच के लिए..अपर कलेक्टर व्ही कुजूर के नेतृत्व में जांच टीम गठित कर ..जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्यवाही का आश्वासन दिया है..