हिन्दी हमारी राष्ट्रीय एकता की भाषा: डॉ. रमन सिंह

रायपुर 13 सितम्बर 2014

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कल 14 सितम्बर को हिन्दी दिवस के अवसर पर जनता को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। डॉ. सिंह ने हिन्दी दिवस की पूर्व संध्या पर आज यहां जारी बधाई संदेश में कहा है कि हिन्दी वास्तव में हमारी राष्ट्रीय एकता की भाषा है। अब तो हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हिन्दी भारत के अंतर्राष्ट्रीय संबंधों की भी भाषा के रूप में सम्मानित हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने हाल ही में अपनी जापान यात्रा में वहां के प्रधानमंत्री सहित जपानी जनता से भी हिन्दी में संवाद किया। यह निश्चित रूप से हम सबके लिए गर्व की बात है। तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने चार अक्टूबर 1977 को भारत के विदेश मंत्री के रूप में संयुक्त राष्ट्र संघ के महाधिवेशन को हिन्दी में सम्बोधित कर हमारी राष्ट्रभाषा का गौरव बढ़ाया। डॉ. रमन सिंह ने कहा कि 14 सितम्बर 1949 को तत्कालीन संविधान सभा में हिन्दी को भारत की राजभाषा का दर्जा देने का ऐतिहासिक निर्णय लिया गया था। विविधता में एकता पर आधारित हमारी महान भारतीय संस्कृति विभिन्न भाषाओं और बोलियों के एक सुन्दर बगीचे की तरह है, जिसमें प्रत्येक भाषा और प्रत्येक बोली का अपना महत्व है। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि भारत की सभी भाषाओं और बोलियों का अपना समृद्ध इतिहास और गौरवशाली साहित्य है। इन सबके बीच देश में व्यापक रूप से प्रचलित राष्ट्र भाषा हिन्दी वास्तव में राष्ट्रीय एकता की भाषा है। भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दिनों में देश भर में राष्ट्रीय चेतना के विकास में हिन्दी भाषा ने भी अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। मुख्यमंत्री ने संविधान की भावना के अनुरूप सभी नागरिकों से हिन्दी भाषा को और अधिक समृद्ध बनाने के लिए हर क्षेत्र में अधिकतम प्रयास करने की अपील की है। डॉ. सिंह ने कहा है कि सरकारी दफ्तरों, निजी तथा सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों, व्यावसायिक तथा औद्योगिक प्रतिष्ठानों के काम-काज में हिन्दी का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल होना चाहिए।