सरगुजा विश्वविद्यालय की लापरवाही… प्रथम प्रश्न पत्र की जगह बंट गया दूसरा प्रश्न पत्र

  • प्रथम प्रश्न पत्र की जगह द्वितीय प्रश्न पत्र बटने को लेकर हंगामा,
  • फिर से आयोजित होगी परीक्षा

अम्बिकापुर

सरगुजा विश्वविद्यालय अपनी लापरवाही के चलप्रते आये दिन चर्चा में बना रहता है। लापरवाही का एक और नमूना बुधवार को बीए द्वितीय वर्ष के अंग्रेजी भाषा के प्रथम प्रश्न पत्र की जगह द्वितीय प्रश्न पत्र बट जाने को लेकर पीजी कॉलेज में परीक्षा दे रहे छात्रों ने जमकर हंगामा किया और इसकी जानकारी कॉलेज के प्राचार्य को दी। प्राचार्य द्वारा विश्वविद्यालय प्रबंधन से बात करने के बाद परीक्षा रद्द होने की एवं पुनरू आयोजित होने की बात कही। पीजी कॉलेज छात्र संघ अध्यक्ष सतीश बारी ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा 8888अंग्रेजी विषय के जो प्रश्न पत्र बांटे गये थे उनमें पहले से ही द्वितीय प्रश्र पत्र लिखा हुआ था। इसके बावजूद द्वितीय को काटकर उसे प्रथम प्रश्न पत्र बना छात्रों को थमा दिया गया, जिसका छात्र व छात्र संघ अध्यक्ष ने पुरजोर विरोध किया, जिसके कारण यह परीक्षा विश्वविद्यालय अंतर्गत सभी कॉलेजों में रद्द कर दी गई।

जानकारी के मुताबिक बीए द्वितीय वर्ष अंग्रेजी भाषा के प्रथम प्रश्न पत्र की परीक्षा 16 मार्च को 11 से 2 बजे आयोजित थी व द्वितीय प्रश्न पत्र की परीक्षा 19 मार्च को थी। पीजी कॉलेज के छात्र प्रातरू 11 बजे परीक्षा देने बैठे तो उन्हें अंग्रेजी प्रथम प्रश्न पत्र की जगह द्वितीय प्रश्न पत्र लिखा मिला और प्रश्न पत्र मे जो द्वितीय लिखा हुआ था उसे काटकर प्रथम प्रश्न पत्र लिखा होना मिला। छात्रों ने प्रश्न पत्र खोलकर देखा तो उसमें द्वितीय प्रश्न पत्र के सवाल पूछे गये थे। जिसके बाद छात्रों ने इसकी जानकारी परीक्षा ले रहे शिक्षकों को बताया और हंगामा करने लगे। हंगामे के बीच प्राचार्य डॉ. एसके त्रिपाठी वहां पहुंचे जिसकी जानकारी छात्रों ने उन्हें दी। प्राचार्य जब विश्वविद्यालय प्रबंधन से इस बारे में बातचीत की और परीक्षा रद्द होना व पुनरू आयोजित होना बताया।

सवाल प्रथम प्रश्न पत्र के ही चिन्ह गलत-कुलपति

सरगुजा विश्वविद्यालय के कुलपति बीएल शर्मा ने प्रश्न पत्र के संदर्भ में बताया कि सवाल अंग्रेजी भाषा के प्रथम प्रश्न पत्र का ही था। भूलवश प्रश्न पत्र के ऊपर चिन्ह गलत अंकित हो गये थे। जिसकी जानकारी उन्हें परीक्षा के पूर्व मिल गई थी। उन्होंने अधिकांश जगह परीक्षा रद्द होने की जानकारी दे दी थी। कुछ सेंटरों में प्रश्न पत्र बंट गये थे जिसके चलते हंगामा हुआ।