बलरामपुर..(कृष्णमोहन कुमार)..सरगुजा भाजपा एक बार फिर से चर्चा में है..और वह चर्चा पार्टी में बगावत की नही बल्कि एक कार्यकर्ता सम्मेलन में बागी हुए नेताओ के दिखने से बनी है..
दरअसल आज सरगुजा संसदीय क्षेत्र के रामानुजगंज में भाजपा का कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया गया था..जाहिर सी बात है चुनाव के समय मे सम्मेलन तो प्रत्याशी को कार्यक्रम में मौजूद होना ही था..पर दिलचस्प तो इस बात का है..जिन कार्यकर्ताओं ने पार्टी से विधानसभा चुनाव में बगावत की थी..आज वही लोकसभा चुनाव की प्रत्याशी रेणुका सिंह के साथ दिखे..और एक बार फिर से सियासी गलियारों में चर्चा हो गई ..की बागी हुए नेताओ और कार्यकर्ताओं की घर वापसी आखिर कब हो गयी..
बता दे कि विधानसभा चुनाव में भाजपा ने रामानुजगंज सीट से रामकिशुन सिंह को टिकट दिया था..जबकि टिकट की दौड़ में राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम समेत आधादर्जन क्षेत्रीय नेता थे..ऐसे में रामविचार नेताम के करीबी रहे नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भाजपा प्रत्याशी का खुलकर विरोध किया..इतना ही नही बागी हुए नेताओ और कार्यकर्ताओं का नेतृत्व करते हुए जिला पंचायत सदस्य विनय पैकरा निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में भाजपा का वोट बैंक काटने चुनाव मैदान में थे..लिहाजा इस सीट से भाजपा विधानसभा चुनाव हार गई..और कांग्रेस को लाभ मिल गया..
वही आज जिस तरीके का माहौल कार्यकर्ता सम्मेलन में दिखा उस माहौल को भी उन्ही बागी हुए नेताओं ने बनाया..अब समझ से परे तो यह है कि जिन नेताओ को पार्टी ने विधानसभा चुनाव के दौरान निष्कासित व निलंबित किया था..उनकी बहाली कब हो गई ?..
बहरहाल कल की बगावत की खबर के बाद आज रामानुजगंज के कार्यकर्ता सम्मेलन में राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम समेत विधानसभा में प्रत्याशी रहे रामकिशुन सिंह मंच पर रेणुका सिंह के साथ मौजूद रहे..और कुछ बागी हुए कार्यकर्ता कार्यक्रम में सम्मिलित हुए..कुल मिलाकर यह कहा जाए कि आज भाजपा में एकजुटता दिखी..पर वह एकजुटता किसके प्रभाव से थी..यह कह पाना थोड़ा मुश्किल जरूर है..पर इन कार्यकर्ताओ और नेताओं की मेहनत का रंग चुनाव परिणामों पर जरूर देखने को मिलेगा…