राम-लक्ष्मण पांव से जाना जाता है मरहठा गांव..वनवास के दौरान यहां पहुंचे थे भगवान राम-लक्ष्मण

ग्रामीणों की पहल पर्यटन स्थल के रूप में हो विकसित

सूरजपुर 

सूरजपुर जिले वैसे तो धार्मिक स्थल व पयर्टन स्थल से प्रचलित तो बहुत है मगर इसी जिले के प्रतापपुर ब्लाक में एक जगह ऐसा है जहां भगवान श्रीराम व लक्ष्मण वन मार्ग के दौरान गुजरते वक्त अपने पांव के निशान छोड़ कर गये हैं। लोग कहते हंै कि भगवान वन मार्ग के दौरान छत्तीसगढ़ के कई जिले में भ्रमण किये हैं जिसमें सरगुजा से अविभाजित जिला सूरजपुर के ओडगीए विश्रामपुर और सरासोर को लोग बखूबी से जानते है। मगर सूरजपुर जिले के प्रतापपुर ब्लाक के मरहठा से भगवान श्रीराम उस समय गुजरे थे जिसका जिक्र श्रीराम भगवान के वन मार्ग के नक्शा मे अंकित है।

जब हमारे प्रतिनिधी वहा पहुचे तो स्थानीय निवासी रामकृपाल सोनी नाम के व्यक्ति उस जगह पर पूजा अर्चना करते दिखा। उक्त व्यक्ति से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि यहां  वे करीब 15 वर्षो से सप्ताह में एक दिन यहां पूजा अर्चना करते हैं। आगे उन्होने बताया कि हमें यहां पूजा करने से सुकुन भी मिलता है। जब इस संबंध में ग्रामीणो से पूछा गया तो ग्रामीणो ने बताया कि करीब एक माह पहले अयोध्या से कुछ लोग भी आये थे और इस जगह पर भगवान राम के चरण पादुका का भी निशान बनाकर कर गये हैं। गांव के एक बुजुर्ग ने बताया कि इस जगह पर नागपंचमी के दिन एक नाग भी निकलता है जिसे गांव वाले दूध भी पिलाते हंै। आगे ग्रामीणों ने बताया कि यहां शिवरात्री के दिन ग्रामीण पूजा करते है। वैसे सूरजपुर जिले पर्यटन स्थल व धार्मिक स्थल से परिपूर्ण जिला है। बुजुर्ग कहते हंै यदि जिला प्रशासन चाहे तो इस जगह को भी  पर्यटन स्थलो में शामिल कर सकता है। यह धार्मिक स्थल भी जिले के धरोहरो में शामिल हो जायेगा। यह जगह सारासोर से महज 4 किमी है। सारासोर भैयाथान ब्लाक में है। यह जगह पर्यटन स्थल के नाम से काफी चर्चित है। यहां काफी दूर.दूर से पर्यटक  आते हंै। सारासोर के साथ.साथ यदि मरहठा के इस पावन जगह पर पर्यटन विभाग ध्यान देता है तो यह जगह काफी आकर्षण का केंद्र होगा। वैसे जिस जगह पर भगवान श्रीराम के पांव के निशान हैं वह स्थल गृहमंत्री रामसेवक पैकरा के विधानसभा क्षेत्र भी है इसलिए लोग काफी उम्मीद भी कर रहे है कि यह स्थल पर्यटन स्थल बने।

इस जगह को राम लक्ष्मण पांव के नाम से जाना जाता है

ग्रामीणो ने बताया कि  इस  जगह को लोग राम लक्ष्मण पांव के नाम से जानते हैं। जहां तक भगवान श्रीराम लक्ष्मण के पैर के निशान है वहां का पानी भी स्वादिष्ट है। मरहठा गांव अंबिकापुर.बनारस मार्ग से महज 1 किमी अंदर है।