मुख्यमंत्री ने पुलिस जवानों को दिया ईनाम.. व्यवसायी की सकुशल वापसी करने वाली पुलिस टीम को मिलेगी एक-एक वेतन वृद्धि

उद्योगपति की सकुशल वापसी पर मुख्यमंत्री ने राज्यों की संयुक्त पुलिस टीम की प्रशंसा की और उनका मनोबल बढ़ाया

रायपुर. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने निवास कार्यालय में रायपुर के व्यवसायी प्रवीण सोमानी के सकुशल वापसी और आरोपियों की गिरफ्तारी पर टीम में शामिल छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यों के पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों का मनोबल बढ़ाया और पुलिस की इस उपलब्धि के लिए उन्हें बधाई भी दी. मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस मौके पर टीम के पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की सफलता की विशेष रूप से सराहना की और टीम में शामिल छत्तीसगढ़ के पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के एक-एक वेतन वृद्धि की घोषणा की.

मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि प्रदेश में व्यवसायी श्री सोमानी के अपहरण की घटना को तत्काल गंभीरता से लिया गया और शासन-प्रशासन सहित पुलिस बल द्वारा उसके सकुशल वापसी के लिए हर आवश्यक पहल की गई. उन्होंने अपहरणकर्ताओं के चंगुल से श्री सोमानी की सकुशल वापसी और आरोपियों की गिरफ्तारी पर गठित टीम के पुलिस बलों के कुशल रणनीति, साहस तथा कार्यकुशलता की भूरि-भूरि प्रशंसा की.

मुख्यमंत्री ने कहा कि इनकी कुशल रणनीति के फलस्वरूप ही अपहृत व्यवसायी को छुड़ाने में सफलता मिली. मुख्यमंत्री श्री बघेल ने छत्तीसगढ़ के साथ-साथ ओडिसा, बिहार, गुजरात आदि राज्यों के पुलिस बलों से मिले सहयोग की भी सराहना की. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में पुलिस की छवि पहले से बेहतर हुई है. यहां अब तत्परता और कुशलता से हो रही हर कार्रवाई के कारण अपराधियों के मन में भय पैदा हुआ है और इससे अपराधों की रोकथाम में मदद मिल रही है. साथ ही शांति तथा कानून व्यवस्था के प्रति जनता के विश्वास में बढ़ोत्तरी हुई है.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से शाम उनके निवास कार्यालय में पुलिस महानिरीक्षक रायपुर रेंज आनंद छाबड़ा और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रायपुर आरीफ एच. शेख के नेतृत्व में टीम में शामिल पुलिस अधिकारियों-कर्मचारियों ने मुलाकात की. इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव गौरव द्विवेदी, उप पुलिस अधीक्षक कल्पना वर्मा, उप पुलिस अधीक्षक लोकेश देवांगन और टीम में शामिल पुलिस के अधिकारी-कर्मचारी रमाकांत साहू, अश्वनी राठौर, सोनल ग्वाला, विशाल सोम, नितिन उपाध्याय, होमचंद नागरची, शंकरलाल धु्रव, किशोर सेठ, नत्थे सिंह, जमील खान, संतोष सिंह, सरफराज चिश्ती, महेन्द्र राजपूत, प्रदीप पटेल, प्रेमराज बारिक, कुलदीप द्विवेदी, संदीप दीक्षित, राधाकांत पाण्डेय, बसंती मौर्य आदि उपस्थित थे.