भाजपा संगठन में समन्वय के दावे पर प्रदेश अध्यक्ष के सामने ही दिखी अनुशासनहीनता..!

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक की प्रेस वार्ता

भाजपा में लोगो का विस्वास बढ़ना ही जीत सुनिश्चित करेगा

अम्बिकापुर

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष धरम लाल कौशिक ने अम्बिकापुर भाजपा कार्यालय में आयोजित एक पत्रकार वार्ता के दौरान मीडिया के सावालो के जावाब में आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर कई अहम जवाब दिए। गौरतलब है की वर्तमान सरगुजा भाजपा जिला अध्यक्ष के कार्यकाल में संगठन में असंतोष व्याप्त है शहर में इस बात की चर्चा सूनी जा सकती है इस सवाल पर प्रदेश अध्यक्ष ने कहा की ऐसा कुछ भी नहीं है संगठन में कोई असंतोष नहीं है..मैंने आज सुबह दस बजे से बैठक बुलाई थी और आप देख सकते है की भाजपा के सभी पदाधिकारी समय पर उपस्थित हो गए थे। वही अम्बिकापुर विधान सभा से कांग्रेस के विधायक व विधानसभा नेता प्रतिपक्ष जो भाजपा के लिए बड़ी चुनौती के रूप में उनके खिलाफ आगामी चुनाव में भाजपा की क्या रणनीति होगी इस सवाल पर प्रदेश अध्यक्ष ने बड़ी ही सहजता से कहा की लोगो को समझ में आ गया है की इनसे बेहतर तो भाजपा के ही विधायक है लोगो का भाजपा में विश्वास बढ़ा है जिससे जीत हमारी होगी, बहरहाल पिछले दो विधान सभा चुनाव से अम्बिकापुर विधान सभा से भाजपा के कद्दावर नेता अनुराग सिंह देव चुनाव हारते आ रहे है और पहली हार के बाद दूसरी हार का अंतर भी काफी बड़ा था बावजूद इसके पार्टी अध्यक्ष किसी ठोस रणनीती के भाजपा के प्रभाव के दम पर चुनाव जीतने की बात कह रहे है।

वही अम्बिकापुर विधानसभा में राजनीति विश्लेषण को देखा जाए तो जातिगत समीकरण के आधार पर भाजपा से ब्राम्हण प्रत्याशी की स्थिति मजबूत मानी जा रही है..वही अम्बिकापुर में ब्राम्हण कार्ड के सवाल पर प्रदेश अध्यक्ष ने कहा की अभी चुनाव दूर है और प्रत्याशियों के चयन के लिए कमेटी बनाई जाती है वही फैसला करती है की किस विधानसभा से कौन उम्मीदवार होगा। फिलहाल मीडिया के किसी भी सवाल का माकूल जवाब प्रदेश अध्यक्ष के पास नहीं था हर सवाल पर उन्होंने वही नीतिगत जवाब दिए लेकिन सरगुजा जिले की स्थति बिलकुल भी ऐसी नहीं है..प्रदेश अध्यक्ष शायद ये भूल गए की सरगुजा की आठ विधान सभा में से सिर्फ एक ही उनके पाले में है और बाकी की सात विधानसभा पर विपक्षी दल कांग्रेस का कब्जा है और इस स्थिति में भी इतना आत्मविश्वास कही आगामी विधानसभा चुनव में भाजपा की हार का कारण ना बन जाए।

unnamed 1 3

कार्यक्रम में ही दिखा भाजपा की कथनी और करनी में अंतर

जहां एक और पार्टी अध्यक्ष संगठन में असंतोष ना होने का दावा कर अनुशासन की बात करते है वही पार्टी कार्यालय से पार्टी अध्यक्ष के निकलते वक्त उनके वाहन में बैठने के लिए सरगुजा भाजपा के बड़े पदाधिकारी भी आपसी मसक्कत करते नजर आये। गौरतलब है की जिस वाहन में पार्टी अध्यक्ष धरम लाल कौशिक को जाना था उस वाहन में पार्टी अध्यक्ष से पहले ही एक भाजपा नेता बैठ चुके थे जिसके बाद सरगुजा भाजपा के मुखिया उनसे कुछ गुफ्तगू करते नजर आये और वहन की पिछली सीट पर बैठ गए और उनके बगल में एक सुरक्षा कर्मी के बैठने के बाद पीछे की सीट भर चुकी थी लिहाजा वहा खड़े भाजपा के एक वयोव्रद्ध नेता वाहन में बैठने का प्रयास तो कर रहे थे लेकिन ना तो वाहन में जगह थी और ना ही किसी ने जगह देकर उनका सम्मान रखा, वही गाडी की आगे की सीट में स्वयं प्रदेश अध्यक्ष बैठे लेकिन वही पर खड़े एक और वरिष्ठ भाजपा नेता को वाहन चालक को उतारकर खुद ड्राइविंग सीट पर बैठना पडा, बहरहाल पांच लोग उक्त वाहन में बैठ चुके थे और सरगुजा भाजपा का एक वरिष्ठ चेहरा खुद को अपमानित सा महसूस करता वहा खडा रह गया..और प्रदेश अध्यक्ष के जाने के बाद उनके मुह से अनायास ही निकला की हो गया मुझे नहीं जाना..बहरहाल अनुशासन का पाठ पढ़ाने वाली भाजपा या उसके बड़े नेताओं को सरगुजा भाजपा में चल रही यह गुटबाजी क्यों नहीं दिखती है.?