हर मर्ज के चिकित्सक रहे मौजूद
561 लोगो का हुआ पंजीयन
60 मरीजो का नेत्र परीक्षण
सिकिल सेल की जांच के लिए 12लोगो का रक्त जांच
बैकुण्ठपुर, 1जनवरी 2014
कोरिया जिले के भरतपुर विकासखण्ड के ग्राम माडीसरई में गत दिवस स्वास्थ्य और एकीकृत आदिवासी विकास परियोजना द्वारा विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा लोगों के लिए विशेष स्वास्थ्य षिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में माड़ीसर्रई और आस-पास क्षेत्र में निवासरत बैगा जनजाति के कुल 561 लोगों का पंजीयन किया गया। जिसमें 218 महिला, 301 पुरूष एवं 42 बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें आवष्यकता अनुसार दवाईयां प्रदान की गयी।
इस शिविर मे सिकल सेल के परीक्षण के लिए 218 लोगों के रक्त की जाँच की गयी जिसमें 02 सिकल सेल के मरीज पाये गये है। पांच महिलाओं को उनके बेहतर उपचार के लिए जिला चिकित्सालय बैकुण्ठपुर रेफर भी किया गया। षिविर में अस्थि रोग के 04 मरीजों का चयन कर उन्हें आपरेषन के लिए जिला चिकित्सालय बैकुण्ठपुर रेफर किया गया है। षिविर में 60 मरीजों का नेत्र परीक्षण किया गया जिसमें से 24 मरीजों को आगामी दिनों में विभाग द्वारा चस्मा वितरण किया जाएगा। छह मरीजों को मोतियां बिन्द होने के कारण उनके आंखों के आपरेषन लिए चिन्हित किया गया।
नेत्र रोग चिकित्सक डाँ0आर0एस0 सेगर के द्वारा चयनित 03 नेत्र रोगियों को उनकी आंखों के बेहतर उपचार के लिए मेडिकल कालेज चिकित्सालय रायपुर हेतु चिन्हित किया गया। जिनके उपचार में आने वाले सम्पूर्ण व्यय विभाग के द्वारा वाहन किया जायेगा । जनपद पंचायत जनकपुर की अध्यक्ष श्रीमती सावित्री सिंह के मुख्य आतिथ्य एवं माडीसरई की सरपंच श्रीमती सविता सिंह की अध्यक्षता में इस विषेष स्वास्थ्य षिविर का आयोजन संपन्न हुआ। श्रीमती सावित्री सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि किसी भी प्रकार की बीमारी होने पर तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में जाकर अपना ईलाज कराये साथ ही छोटे बच्चों को समय पर सभी टीका लगवाए ताकि वे स्वस्थ्य जीवन जी सके।
इस शिविर के सफल आयोजन के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाँ एस एल चावड़ा के नेतृत्व में जिले के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डाँ एस के गुप्ता (भेषज्ञ विषेषज्ञ), डाँ आर0बंसारिया (अस्थि रोग विषेषज्ञ), डाँ आर एस सेंगर (नेत्र रोग चिकित्सक), डाँ कु0 स्वप्निल विल्सन (स्त्री रोग चिकित्सक), डाँ राजीव कुमार रमन, खण्ड चिकित्सा अधिकारी जनकपुर, डाँ कु0 कीर्ति चैहान दन्त चिकित्सक श्री अभिताब तिवारी आर0एम0ए माडीसरई के द्वारा रोगियों का परीक्षण एवं उपचार किया गया। इस षिविर में डाँ0एस0के0गुप्ता मेडिसीन विषेषज्ञ के द्वारा श्रीमती सुनिता पति श्री हरिभजन उम्र 36 वर्ष को हार्ट के उपचार हेतु सलाह दिया गया। श्रीमती सुनीता के हार्ट के आपरेषन के लिए विभाग द्वारा उनके आने-जाने व दवाईयां इत्यादि की संपूर्ण व्यवस्था विभाग द्वारा की जाएगी। षिविर में कई निःषक्त जनों का भी उपचार किया गया और आठ मरीजों को निःषक्तता प्रमाण पत्र भी बनाकर जारी किया गया।
स्वास्थ्य शिविर में मुख्य चिकित्सा एवं स्वाथ्य अधिकारी डाँ.चाँवड़ा ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेष के सभी परिवारों को साल में 30 हजार रूपए तक के निःशुल्क ईलाज के लिए स्मार्ट कार्ड बनाकर प्रदान किया गया है। सभी लोग इस स्मार्ट कार्ड का अधिक से अधिक लाभ ले और स्वस्थ्य प्रदेष के निर्माण में सहायक बने। परियोजना प्रशासन, एकीकृत आदिवासी विकास विभाग श्री ए0के0गढेवाल ने शिविर में राज्य शासन द्वारा विशेष पिछड़ी जनजाति के लोगों के उन्नयन और विकास के लिए संचालित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में जानकारी दी।