बजट सत्र के दौरान हो गई ऐसी चूक..जो राज्य के इतिहास में कभी नही हुई..और अब जारी है आरोप-प्रत्यारोप का दौर…

रायपुर..प्रदेश के इतिहास में आज एक ऐसा दिन आया है..जिसको लेकर सियासी गलियारों में चर्चा हो रही है..सत्तापक्ष और विपक्ष आमने -सामने है..और जिम्मेदार लोगों का इन सब पर अपना कुछ अलग ही तर्क है..बहरहाल चूक तो चूक होती है और यह गम्भीर लापरवाही भी मानी जा सकती है..

दरअसल राज्य विधानसभा में इन दिनों बजट सत्र जारी है..और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विधानसभा में बजट भी पेश कर दिया है..और आज से उसी बजट पर विभागवार चर्चायें विधानसभा में होनी थी..पर उस चर्चा को राज्य के इतिहास में पहले बार टाल दिया गया है..

बता दे कि विधानसभा में आज से बजट पर विभागवार चर्चा होनी थी..जिसमे पहले क्रम पर पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के बजट पर चर्चा होनी थी..जिसके लिए विधानसभा के सभी सदस्यों को पहले प्रतिवेदन दिया जाता है..जिससे विधानसभा सदस्य तैयारी करके विधानसभा में चर्चा करते है..पर इस मसले पर पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह का कहना है कि अधिकारियों की गम्भीर लापरवाही के चलते विधायकों को समय रहते प्रतिवेदन नही मिल पाया जिसके चलते विधानसभा में आज होने वाली चर्चा को विधानसभा अध्यक्ष ने टाल दिया..

वही इस मसले पर खुद पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टीएस सिंहदेव ने पलटवार करते हुए कहा कि..विधानसभा के सभी सदस्यों को चर्चा से सम्बंधित प्रतिवेदन रात में ही भिजवा दी गई थी..पर विपक्षी दल ने बजट प्रतिवेदन पर तैयारी पूरी नही होने का हवाला देते हुए..आज होने वाली चर्चा को टालने की मांग की थी..