प्रतिभावान गरीब छात्रों की ऊंची उडान के लिए श्री आचार्य की अद्भुत पहल

अम्बिकापुर
शिक्षा की गुणवत्ता मे सुधार के लिए तथा प्रतिभावान विपन्न  को सम्पन्न छात्रों के समकक्ष खडा़ करने के उद्देश्य से गठित श्री आचार्य निःशुल्क अध्यापन संस्थान ने अपने प्रारंभिक सत्र मे ही अप्रत्याशित सफलता प्राप्त की है। कक्षा 10वीं से लेकर 12वीं तक के गणित व विज्ञान संकाय के अर्थअक्षम छात्रों ने केवल आधे शैक्षणिक सत्र तक चले इस निःशुल्क कोचिंग सेन्टर मे अध्ययन कर 100 प्रतिशत सफलता प्राप्त की।
शाम 5.00 बजे से 8.30 बजे तक आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए चलने वाले इस निःशुल्क संस्थान मे शहर के जानेमाने कुशल अध्यापको की टीम के साथ उत्कृष्ठ प्रदर्शन करते हुये छात्रों की क्षमता का विकास तो किया ही, साथ ही प्रथम प्रयास मे ही केवल अंतिम छः माह का कोचिंग सत्र चला कर चमत्कारिक सफलता प्राप्त की सभी कक्षाओं मे सत 15प्रतिशत छात्रों के उत्तीर्ण होने से भी अधिक महत्वपूर्ण अधिकांश छात्रों का प्रथम श्रेणी मे सफल होना है। कक्षा 10वीं मे 90 प्रतिशत, 11वीं मे 95 प्रतिशत तथा 12वीं मे 92 प्रतिशत छात्रों का प्रथम श्रेणी मे उत्तीर्ण होना इस निःशुल्क अध्यापन संस्थान को गौरव व नगर को एक संतोष के साथ सुखानुभूति देता है।
संस्थान मे पढ़ रहे छात्रों मे कक्षा 10वीं मे शासकीय गल्र्स स्कूल की कुमारी पूनम चावडा़ ने सर्वाधिक 87 प्रतिशत, कक्षा 11वीं मे मणिपुर स्कूल की कुमारी लक्ष्मी कश्यप ने 78 प्रतिशत तथा कक्षा 12वीं मे गणित संकाय मे शासकीय मल्टीपरपज स्कूल के निहाल अग्रवाल ने 85 प्रतिशत व गणित विषय मे 97 अंक अर्जित किये वही विज्ञान संकाय मे शासकीय गल्र्स स्कूल की कुमारी अन्नु ठाकुर ने 82 प्रतिशत अंक अर्जित कर संस्थान को गौरवान्वित किया।
निःशुल्क अध्यापन संस्थान के समन्वयक पीयूष कुमार त्रिपाठी ने बताया की समाज के पिछडे़ व आर्थिक रूप से अक्षम किन्तु प्रतिभावान छात्रों के लिये कुछ करने के उद्देश्य को 16लेकर अनुराग सिंहदेव की अगुवाई मे 21 सदस्यों के साथ श्री आचार्य निःशुल्क अध्यापन संस्थान की नीव डा़ली गई। ऐसे छात्र जो प्रतिभावान होते हुये भी धन के अभाव मे बेहतर शिक्षा से दूर होने पर विवश है, जिनके पास सीखने की जिज्ञासा तो है किन्तु उचित मार्गदर्शन के अभाव मे आर्थिक संकट के आडे़ आ जाने से वे अपनी शैक्षिक व बौद्धिक प्रतिभाओं को उजागर करने मे स्वयं को असमर्थ पाते है, प्रारंभिक स्तर मे ही उनको मानसिक रूप से मजबूत बनाकर उनके कुण्ठा भाव को दूर करने हेतु इस संस्थान की नीव डा़ली गई। ऐसे बहुमूल्य हीरे, जो कल का भविष्य हैं, उनकी प्रतिभा को विकसित कर उन्हे प्रगति पथ पर अग्रसर करना ही हमारी संस्था का मूल उद्देश्य है।
श्री शैलेन्द्र सिंह सेंगर, श्री शिरीष नन्दे, श्री हेमंत यादव, श्री एन.के. वर्मा, श्रीमती रानी मिश्रा, श्री अमरेन्द्र पाण्डेय, श्री शरद यादव और संस्था की सह समन्वयक एकता सिरीकर जैसे अनुभवी शिक्षकों सहित अन्य विषय विशेषज्ञों की उत्कृष्ठ शिक्षा व कुशल मार्गदर्शन मे संस्थान के छात्रों ने न केवल विषय शिक्षा प्राप्त की, अपितु प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के साथ साथ उनके स्किल डेव्हलपमेंट पर विशेष जोर दिया गया।   अध्यापन संस्थान के अध्यक्ष अनुराग सिंहदेव ने इस ऐतिहासिक सफलता का श्रेय पूरी श्री आचार्य टीम को देते हुये छात्रों के उत्कृष्ठ प्रदर्शन पर अपनी शुभकामनाएंॅ व शिक्षकों के प्रति व भवन उपलब्ध कराने हेतु सरस्वती शिशु मंदिर प्रबंधन के प्रति आभार ज्ञापित किया है।