पंचायत सचिवों को बड़ी सौगात.. शिवराज के नारों का असर तो नहीं..?

Edited by_Deshdeepak

@Krishnmohan

रायपुर प्रदेश भर में पंचायत सचिवों ने 2 सूत्रीय मांगों को लेकर सरकार को घेरने की मुहिम चलाई थी,और इस दौर में पंचायत सेवको ने प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौपा था। बलरामपुर जिले में सचिवों ने आन्दोलन के दौरान मध्य प्रदेश के मुख मंत्री शिवराज सिंह जिंदाबाद के नारे लगाए थे.. भले ही जिंदाबाद के नारे लगाना बड़ी बात ना हो लेकिन किसी अन्य प्रदेश के मुख्यमंत्री की लोकप्रियता छत्तीसगढ़ के कर्मचारियों में होना यह सरकार के लिए सोचने का विषय तो जरूर है.. लिहाजा ऐसा लगता है की शिवराज के नारों का असर छत्तीसगढ़ सरकार पर हुआ और पंचायत सचिवों की मांगे मान ली गई है.. लेकिन शिक्षाकर्मी अब भी अधर में लटके हुए है.. जबकी मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह ने शिक्षाकर्मियों का संविलियन कर दिया है..

अनोखे प्रदर्शन के बाद-सरकार ने मान ली बात..

वही राज्य के सरगुजा में पंचायत सचिवों ने अपनी मांगे मनवाने अनोखा प्रदर्शन किया था,जहाँ बलरामपुर में पंचायत सचिवों ने रमन अब तो सुन ,शिवराज सिंह जिंदाबाद के नारों के साथ प्रदर्शन किया तो वही सरगुजा में पंचायत सचिवों ने आधे दिन का काम करके प्रदर्शन किया था।

एमपी में हो चुकी थी ,मियाद पूरी…

गौरतलब है कि पंचायत सचिवों की वेतन विसंगति को मध्यप्रदेश में दूर कर दिया  गया था,जिसके बाद छत्तीसगढ़ में भी वेतन विसंगति को दूर करने की मांग उठने लगी थी,और मांगे नही माने जाने पर प्रदेश भर के पंचायत सचिव 26 फरवरी को रायपुर प्रदेशव्यापी आंदोलन करने के मूड में थे।

वही छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने बजट भाषण के दौरान पंचायत सचिवों की मांगे मान ली है,जिससे पंचायत सचिवों में खुशी की लहर दौड़ गई है।