नक्सलियों से मुठभेड़ में एसटीएफ का जवान शहीद

रायपुर,

दंतेवाड़ा । गादीरास थाना क्षेत्र के दुधीरास में गुरुवार को नक्सलियों से मुठभेड़ में एसटीएफ का एक जवान शहीद हो गया। घटना सुबह लगभग 11 बजे की है। कंगोली जगदलपुर एसटीएफ के 107 जवानों की एक पार्टी को स्पेशल ऑपरेशन के तहत आज सुबह गादीरास थाना से रवाना किया गया था। जवान जब दुधीरास गांव की तरफ बढ़ रहे थे तभी उनका सामना घात लगाए नक्सलियों से हुआ।

मुठभेड़ में सरगुजा जिला के लखनपुर थाना निवासी आरक्षक गौतमराम राजवाडे को गोली लग जाने से वह शहीद हो गया। शहीद दल का गाइड था। सिर के पिछले हिस्से में गोली लगने से मौके पर उसकी मौत हो गई। दोपहर जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद देर शाम पुलिस लाइन कारली में शहीद को श्रद्धांजलि देने के बाद राजकीय सम्मान के साथ पार्थिव देह को उसके गृहग्राम के लिए सड़क मार्ग से रवाना किया गया।

नक्सलियों ने पैसेंजर ट्रेन को बनाया बंधक

जगदलपुर/ दंतेवाड़ा [ब्यूरो]। बुधवार रात दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा जिले के अपने प्रभाव वाले किरंदुल रेलखंड में एक बार फिर नक्सलियों द्वारा विशाखापट्टनम-किरंदुल पैसेंजर ट्रेन को बंधक बना लिया गया। पैसेंजर ट्रेन किरंदुल जा रही थी। घटना रात साढे़ नौ बजे के आसपास दंतेवाड़ा-कमलूर स्टेशनों के बीच की है।

जिला मुख्यालय दंतेवाड़ा से दस किलोमीटर आगे कमलूर स्टेशन से कुछ पहले नक्सलियों ने जंगल में पटरी में बैनर बांध दिया था जिसे देखकर अनिष्ट की आशंका से ट्रेन ड्रायवर थेला ने गाड़ी रोक दी। ट्रेन के खड़ी होते ही करीब दो दर्जन नक्सलियों ने ट्रेन को घेर लिया। नक्सलियों ने ट्रेन में कुछ पर्चे चिपकाए और करीब एक घंटे मौके पर मौजूद रहे। इसके बाद नक्सली चले गए। नक्सलियों के जाने के बाद करीब ढ़ाई घंटे तक ट्रेन वहीं खड़ी रही। ट्रेन में लगभग 60 यात्री थे जिनमें बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग थे। रात के अंधेरे में यात्री काफी दहशत में रहे। नक्सलियों ने ट्रेन के अंदर जाकर यात्रियों से कहा कि भयभीत न हों,किसी को नुकसान पहुंचाने के इरादे से ट्रेन को नहीं रुकवाया है। ज्ञात हो कि 20 फरवरी को नक्सलियों ने दंडकारण्य बंद की घोषणा की है और इस घटना को उसी से जोड़कर देखा जा रहा है।

इसके पहले भी एक बार नक्सलियों द्वारा इसी क्षेत्र के कमलूर स्टेशन में नक्सली बंद के दौरान पैसेंजर ट्रेन को बंधक बनाने की वारदात को अंजाम दिया था। उस समय सुबह करीब साढे़ सात बजे नक्सलियों ने ट्रेन में बैनर बांधकर करीब आधा घंटा बाद ट्रेन को रवाना कर दिया था।

विशाखापट्टनम से अधिकारी घटनास्थल के लिए रवाना

घटना की गंभीरता को देखते हुए मंडल रेल मुख्यालय विशाखापट्टनम से आधा दर्जन से अधिक उच्च अधिकारी एडीआरएम के नेतृत्व में गुरुवार सुबह घटनास्थल के लिए रवाना हुए हैं। मंडल रेल मुख्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने फोन पर चर्चा में बताया कि घटना की जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं। घटना की सूचना बुधवार रात ही रेल मंत्रालय व रेलवे बोर्ड को दे दी गई थी। देर शाम समाचार लिखे जाने तक अधिकारी दंतेवाड़ा नहीं पहुंचे थे।

दो दिन किरंदुल नहीं जाएगी पैसेंजर

नक्सलियों के दंडकारण्य बंद और बुधवार रात दंतेवाड़ा सेक्शन में हुई घटना को देखते हुए विशाखापट्टनम-किरंदुल पैसेंजर को 19 एवं 20 फरवरी को दक्षिण बस्तर नहीं भेजने का आदेश जारी किया गया है। यह गाड़ी दो दिन जगदलपुर तक आकर यहीं से विशाखापट्टनम लौट जाएगी। इधर रात में आगामी आदेश तक मालगाड़ियों का परिचालन भी दंतेवाड़ा और किरंदुल के बीच नहीं करने का आदेश दिया गया है।

नक्सलियों ने पटरी उखाड़ गिराई मालगाड़ी

जगदलपुर दंतेवाड़ा [ब्यूरो]। नक्सल प्रभावित किरंदुल रेलखंड में बुधवार व गुरुवार को दस घंटे के भीतर नक्सलियों ने दो ब़़डी वारदातों को अंजाम देकर रेलवे को लाखों का नुकसान पहुंचाया है। गुरुवार सुबह भांसी स्टेशन से चार किलोमीटर दूर कमलूर की ओर नक्सलियों ने दिनदहाडे़ करीब ग्यारह बजे सौ मीटर से अधिक रेलपटरी उखाड़ दी जिसकी चपेट में आकर लौह अयस्क भरकर विशाखापट्टनम जा रही मालगा़़डी गिर गई। दुर्घटना में मालगा़़डी के तीन इंजन व करीब आठ डिब्बे पटरी से उतरे हैं। इनमें से दो इंजन व कुछ डिब्बे पलट गए हैं। इससे रेलवे को लाखों की क्षति पहुंची है, रेल आवागमन भी बंद हो गया है।

किरंदुल रेल सेक्शन के अधिकारियों ने बताया कि बुधवार रात में दंतेवाड़ा और कमलूर के बीच नक्सलियों ने पटरी उखाड़ी थी जिसे सुबह नौ-दस बजे मरम्मत कर ठीक कर लिया गया था। दो खाली मालगाड़ियां दंतेवाड़ा से निकलकर पार भी हुई थी। रेल आवागमन शुरू करने के पहले रेलमार्ग की पेट्रोलिंग भी कराई गई थी। तब सब कुछ ठीक-ठाक मिला था। अधिकारियों ने बताया कि करीब ग्यारह बजे दिन में नक्सलियों ने एक अन्य जगह भांसी-कमलूर के बीच पटरी उखाड़ दी जिससे यह दुर्घटना हुई है। ओड़िशा के कोरापुट से रिलीफ ट्रेन घटनास्थल के लिए रवाना की गई है। जगदलपुर, दंतेवाड़ा, किरंदुल से करीब दो सौ मजदूरों को लेकर रेल अधिकारी-कर्मचारी भी घटनास्थल गए हैं। रेलमार्ग की मरम्मत के दौरान सुरक्षा के लिए दंतेवाड़ा से पुलिस व सीआरपीएफ के जवान मौके पर तैनात किए गए हैं। रेलमार्ग बहाल होने में अधिकारियों ने दो दिन से अधिक का समय लगने की संभावना जताई है।

नक्सलियों ने की गोपनीय सैनिक की हत्या

जगदलपुर। सुकमा जिले के गगनपल्ली बेस कैम्प में नक्सलियों ने दिन-दहाडे़ गोपनीय सैनिक बोदू रमेश की गोली मारकर हत्या कर दी। मिली जानकारी के अनुसार मृतक पूर्व में सलवा जुडूम का सक्रिय सदस्य था। बीते कई वर्षो से बेस कैम्प में अपनी माता के साथ रह रहा था। वह नक्सलियों के हिट लिस्ट में चल रहा था।

गुरुवार शाम चार बजे पांच नक्सली ग्रामीण वेश भूषा में कैम्प पहुंचे। नक्सलियों ने रमेश को आवाज देकर बाहर बुलवाया। वह जैसे ही बाहर निकला उस पर चाकू से ताबड़तोड़ वार कर दिया। साथ ही कट्टे से भी तीन गोली दागी। घटना से रमेश ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। घटना को अंजाम देकर सभी नक्सली वहां से भाग खडे़ हुए।

दिन-दहाडे़ हुए इस घटना से आसपास के क्षेत्र में दहशत पैल गई। लोगों में यह चर्चा का विषय रहा कि कोंटा बस्ती के बीचोबीच व सुरक्षाकर्मियों की मौजूदगी में नक्सलियों ने दुस्साहस का परिचय देते हुए इस घटना को अंजाम दिया है। फिलहाल पुलिस ने मामले में अज्ञात नक्सलियों के विरुद्ध मामला पंजीबद्ध किया है।