धमकियों का असर नही बल्की आंगनबाडी कार्यकर्ता व सहायिकाओं का आंदोलन अब रायपुर में..!

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सूरजपुर (पारसनाथ सिंह)  जिले के स्थानीय रंगमंच में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं का अपनी छः सूत्रीय मांगों को लेकर आज भी हड़ताल जारी है। आज आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं के समर्थन में सूरजपुर के स्वतंत्र विधानसभा प्रत्याशी, क्षेत्र भटगांव एवं स्वैच्छिक सेवानिवृत्त शिक्षक उपेंद्र  गुप्ता पहुँचे तथा उन्होंने कहा की जो आंगनबाड़ी सहायिका कार्यकर्ताओं की जो मांगे हैं। शासन से छः सूत्रीय मांग रखे हुए हैं। उसे शासन को मानना चाहिए। ये अपने हक की लड़ाई के लिए लड़ रहे हैं। उनकी मांगें जायज है। शासन को इनकी मांगों को मानना चाहिए। ये जिस प्रकार से मेहनत करते हैं। जिस प्रकार आठ घंटे कार्य करते हैं। उस हिसाब से इनको मानदेय देना चाहिए और शासन को इनकी मांगे पूरी करनी चाहिए। तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका संघ सूरजपुर के जिलाध्यक्ष पुष्पा सज्जाल ने कहा कि अगर सरकार हमारी मांगों को पूरा नहीं करती है। जो हमारी छः सूत्रीय मांग है। जो जायज है जो हमारे हक में हैं। अगर वो हमारी मांगों को पूरा नहीं करती है। तो आगे के लिए हम भुख हड़ताल करेंगे। अगर भूख हड़ताल पर भी हमारी मांगे पूरी नहीं करती है तो इसमें से कुछ कार्यकर्ताएं ऐसी हैं जो अपने आत्मदाह संस्कार कर सकती हैं।

हम उनकी बर्खास्तगी का धमकी सहने वाले नहीं हैं…

वहीं शासन-प्रशासन द्वारा हड़ताली आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं की  बर्खास्तगी आदेश जारी करने के संबंध में जिलाध्यक्ष पुष्पा सज्जाल ने कहा कि जितने भी कलेक्टर हैं। योजना अधिकारी हैं। सुपरवाइजर हैं और माननीय मंत्री महोदय जी हैं। उपर से जितने भी पद अधिकारी हैं। उनसे निवेदन है की हमलोग का बर्खास्तगी का आदेश न दिया जाए। उसमे हम उनकी बर्खास्तगी का धमकी सहने वाले नहीं हैं। हमारी जान भी चली जाए। हम हड़ताल करके रहेंगे और मांग पूरा कराएंगे। तथा स्वैच्छिक सेवानिवृत्त शिक्षक उपेंद्र गुप्ता ने कहा कि आंगनबाड़ी सहायिका एवं कार्यकर्ताओं को शासन द्वारा जो दबाव दिया जा रहा है। उनके बर्खास्तगी के लिए जो नोटिस आदेश दिया जा रहा है। यह सरासर गलत है ये अपनी जायज मांगो के लिए आवाज़ उठा रहे हैं। इनका जायज मांगे हैं। इनको पूरा करना शासन का कर्तव्य है। अपने हक के लिए कोई भी लड़ाई  लड़ सकता है। शासन जो दबाव दे रहा है। यहां पे आज पढ़े लिखे युवा जो है कम पढ़े लिखे भी हैं। उनकी मांगें जायज है। मांगो को पूरा करना शासन का परम कर्तव्य है। शासन का यह दायित्व है मांग पूरा करें और जो निरस्त आदेश दिया गया है। बर्खास्तगी आदेश जो दिया गया है। उसे निरस्त करते हुए उनकी मांगो को पूरा करें।

बहरहाल जिले आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका संघ अपने छः सूत्रीय मांगों को लेकर शुक्रवार 16 मार्च को शाहजहां, भाटापारा, रायपुर में आंदोलन करने वाले हैं।