जो सबसे गरीब, वही सरकार के सबसे करीब : डॉ. रमन सिंह

सुशासन दिवस पर 17 लाख श्रमिकों को ’अटल खेतिहर मजदूर बीमा योजना’ की सौगात: मुख्यमंत्री ने किया शुभारंभ

 

रायपुर, 25 दिसम्बर 2013

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म दिन ’सुशासन दिवस ’ के अवसर पर आज यहां छत्तीसगढ़ के 17 लाख से अधिक खेतिहर मजदूरों के लिए ’ अटल खेतिहर मजदूर योजना’ का शुभारंभ किया।3107 डॉ. सिंह ने श्री वाजपेयी की सोच के अनुरूप इस योजना को छत्तीसगढ़ की आम जनता को समर्पित किया।  मुख्यमंत्री ने शुभारंभ समारोह में प्रदेशभर से आए श्रमिकों और आम नागरिकों को सम्बोधित करते हुए कहा  कि छत्तीगसढ़ में जो  सबसे गरीब है, वही हमारी सरकार के सबसे करीब है। राज्य सरकार की सभी बड़ी योजनाएं गरीब और किसानों को ध्यान में रखकर बनायी गई है। उन्होंने कहा कि अटल खेतिहर मजदूर बीमा योजना नयी सरकार की सबसे बड़ी योजना है, यह योजना समाज के सबसे गरीब और अंत्योदय को संकट के समय सहारा देगी। मुख्यमंत्री ने समारोह में प्रतीक स्वरूप कुछ श्रमिकों को बीमा सुरक्षा प्रमाण-पत्र प्रदान कर योजना का शुभारंभ किया। उन्होंने योजना के लिए राज्य शासन के पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की ओर से भारतीय जीवन बीमा निगम को पांच करोड़ रूपए का चेक भी सौंपा।
मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने कहा कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म दिन को आज पूरे छत्तीसगढ़ में सुशासन दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि श्री वाजपेयी ने छत्तीसगढ़ की जनता के जीवन में परिवर्तन लाने के लिए छत्तीसगढ़ का निर्माण किया था। उनकी सोच के अनुरूप प्रदेश के हमने गांव, गरीब और किसानों को पहली प्राथमिकता में रखा है। सभी बड़ी योजनाएं इन्हीं वर्गों पर केन्द्रित करके बनायी गई है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ पहला राज्य है, जो गरीबों के दोनों समय के भोजन की व्यवस्था की है।  उनके भोजन की व्यवस्था के बाद हमने उनके स्वास्थ्य का भी पूरा ख्याल रखा है। गरीब ही नहीं बल्कि प्रदेश के पूरे 56 लाख परिवारों को मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान की है। भोजन और स्वास्थ्य के बाद गरीबों के संकंट के समय आर्थिक सुरक्षा की योजना नहीं थी। आज सुशासन दिवस के अवसर प्रदेश के 17 लाख से अधिक गरीब परिवारों के लिए ’ अटल बिहारी खेतिहर मजदूर बीमा योजना’ लागू कर आर्थिक सुरक्षा की कमी को भी पूरा कर दिया है। खेतो में काम करने वाले मजदूरों की किसी दुर्घटना में आकस्मिक मृत्यु हो जाने पर उस परिवार के सामने बहुत बड़ा आर्थिक संकट उत्पन्न हो जाता है, लेकिन इस योजना के लागू हो जाने के बाद ऐसे परिवारों को विपत्ति के समय अधिकतम 75 हजार रूपए की बीमा राशि मिलेगी। गरीबों के बच्चे स्कूलों में पढ़ सके इसके लिए उनके बच्चों के लिए छात्रवृति की व्यवस्था भी इस योजना में शामिल किया गया है। मुख्यमंत्री ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे इस योजना का त्वरित और बेहतर क्रियान्वयन करें और समय-सीमा में योजना का लाभ प्रभावितों को दिलाएं। उन्होंने कहा कि प्रभावित परिवार द्वारा एक बार बीमा राशि के लिए आवेदन करने के बाद उन्हें दुबारा इसके लिए पूछताछ करने की जरूरत नहीं पड़नी चाहिए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री अजय चन्द्रांकर ने कहा कि प्रदेश में खेतिहर मजदूरों के लिए आर्थिक सुरक्षा की कोई योजना नहीं थी। खेतों में काम करने के दौरान सर्पदंश, बिजली गिरने अथवा अन्य  किसी दुर्घटना मेें मृत्यु हो जाने पर उसके परिवार पर आर्थिक संकट आ जाता था। ऐसे संकट के समय उन्हें सुरक्षा प्रदान करने के लिए यह योजना लागू की गई है। सामान्य मृत्यु होने पर भी योजना का लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि यह योजना सेवा भाव से शुरू की गई है। प्रभावित परिवारों को बीमा दावा राशि मिलने में कठिनाई ना हो, इसलिए इसकी पूरी प्रक्रिया को सरल बनाया गया है। बीमा दावा प्रस्तुत करने के बीस दिनों के भीतर बीमा राशि के भुगतान की व्यवस्था की गई है। रायपुर लोकसभा क्षेत्र के सासंद श्री रमेश बैस ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री विवेक ढांड ने योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
उल्लेखनीय है कि योजना के अन्तर्गत बीमित व्यक्ति की दुर्घटना में मृत्यु होने पर उनके द्वारा नामित व्यक्ति को 75 हजार रूपए और सामान्य मृत्यु होने पर 30 हजार रूपए की राशि मिलेगी। इसी तरह दुर्घटना में बीमित व्यक्ति के स्थाई पूर्ण अपंगता होने पर 75 हजार रूपए और दुर्घटना में एक आंख अथवा एक हाथ-पैर भंग होने पर 37 हजार 500 रूपए की राशि मिलेगी। बीमित व्यक्ति के अधिकतम दो बच्चों को नौवीं से बारहवीं कक्षा एवं आई.टी.आई. में पढ़ाई के दौरान प्रतिमाह एक सौ रूपए की छात्रवृति भी मिलेगी। इस अवसर पर गृह मंत्री श्री रामसेवक पैकरा, राज्य सभा सासंद डॉ. भूषणलाल जांगड़े, मुख्य सचिव श्री सुनिल कुमार, अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री अजय सिंह सहित सर्वश्री रामप्रताप सिंह,  मोहन एन्टी, प्रमोद भट्ट, नगरनिगम रायपुर के सभापति श्री संजय श्रीवास्तव सहित अनेक जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

 

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