जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा गरीब रामाधार…

  • एमएमआई प्रबंधन ने पैसे के अभाव में किया इलाज से इनकार
  • पीड़ित की जान बचाने परिजन लगा रहे नेताओं से गुहार

सूरजपुर

भैयाथान में सड़क हादसे में गंभीर रूप से जख्मी हुए गरीब ग्रामीण युवक को राजधानी रायपुर स्थित माडर्न मेडिकल इंस्ट्टयूट द्वारा पैसे के अभाव में इलाज से इनकार किए जाने के बाद घायल युवक जीवन-और मौत के बीच संघर्ष कर रहा है। उसे समय पर समुचित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध न कराए जाने पर वह अपना दम तोड़ देगा। उसके परिजन भी गरीबी के आगे बेबस होकर आंसू बहाने के सिवाय कुछ कर पाने में खुद को असक्षम पा रहे हैं।

विगत 18 मई की शाम को बसदेई चैकी क्षेत्र के ग्राम बरपारा सोनपुर के समीप ग्राम बड़सरा निवासी रामाधार यादव उम्र करीब 42 वर्ष का सड़क हादसा हुआ था। वे बरपारा चैक के समीप बेहोष हालत मंे पाए गए थे। उनके परिजनों द्वारा पैसे का प्रबंध कर इलाज कराने हेतु रायपुर के एमएमआई में घायल का दाखिला कराया था। जहां इलाज के दौरान पैसे कम पड़ जाने के कारण एमएमआई प्रबंधन ने गंभीर रूप से घायल रामाधार का इलाज का कराने से इनकार कर दिया। इसके परिणामस्वरूप व जानकारी के अभाव में रामाधार के परिजनों ने उन्हें गंभीर अवस्था में ही वापस उसे घर ले आए। जहां वह मौत और जीवन के बीच संघर्ष कर रहा है। बेहोषी की अवस्था में वह अपना बायां हाथ और पैर हिला रहा व झटके से सांस खींच पा रहा है। उसके परिजन बेबस से उसे देखकर सिर्फ आंसू बहा पा रहे हैं। घायल के इलाज हेतु वे नेताओं के पास भटक रहे हैं। समाचार लिखे जाने तक घायल रामाधार के इलाज हेतु कोई भी सामने नहीं आया है।

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