अम्बिकापुर …(उदयपुर से क्रांति रावत)…गोंडवाना गणतंत्र पार्टी सरगुजा संभाग के अध्यक्ष जयनाथ सिंह केराम ने विकास खण्ड उदयपुर अंतर्गत ग्राम डूमरडीह में जिला स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में विकास खण्ड उदयपुर अंतर्गत संचालित परसा ईस्ट एवं केते बासेन कोल परियोजना प्रबंधन के द्वारा बरती जा रही लापरवाही एवं मनमानी के विरोध में दिनांक 17 फरवरी से अनिश्चित कालीन कोल परिवहन ठप्प करने का निर्णय सर्व सम्मति से लिया गया। गोंगपा ने राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड एवं खदान संचालनकर्ता कंपनी अदानी प्रबंधन के उपर वादाखिलाफी एवं क्षेत्र के जल जंगल जमीन को गंभीर क्षति पहुंचाने का आरोप लगाते हुए कहा कि जन सुनवाई के दौरान कंपनी प्रबंधन के द्वारा स्थानीय लोगों को प्राथमिकता के आधार पर रोजगार उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया गया था। जो कि कागजों तक सिमट कर रह गया। जबकि कंपनी प्रबंधन के द्वारा अन्य प्रदेशों के लोगों को बहुतायत में नौकरी प्रदान किया गया। स्थानीय लोगों को रोजगार से हटाने के लिए कंपनी प्रबंधन के द्वारा जान बुझकर 12 से 14 घंटे काम लिया जाकर परेशान किया ताकि विवश होकर स्थानीय लोग काम छोड़कर भाग जाए। जिसका नतीजा है कि कंपनी में काम में लगे स्थानीय युवा आज काम छोड़कर बेरोजगार घुम रहे है। कंपनी द्वारा सुनियोजित तरीके से काम के बदले एक मुश्त कुछ रूपये देकर विस्थापित व्यक्ति को रोजगार से वंचित किया जाता है।
रेल कारीडोर के लिए अधिग्रहित की गई भूमि के बदले लोगों को नौकरी उपलब्ध कराने का आश्वासन भी कंपनी द्वारा दिया गया था परंतु रेल से परिवहन चालु हो जाने के बाद भी लोगों को नौकरी नहीं प्रदान किया जाना कंपनी के तानाशाही रवैये को दर्शाता है।
भूमि अधिग्रहण के संबंध में आरोप लगाते हुए कहा गया कि कंपनी प्रबंधन के द्वारा ग्राम पंचायतों के फर्जी कुटरचित दस्तोवजों के आधार पर भूमि स्वामियों को बेदखल करने की साजिश है। जिस संबंध में ग्राम पंचायत साल्ही के पंचायत प्रतिनिधियों के द्वारा थाना में आवेदन प्रस्तुत कर फर्जी प्रस्ताव के विरूद्ध जांच कर कार्यवाही की मांग की गई है। जिस पर आज तक पुलिस विभाग के द्वारा कोई कार्यवाही नहीं किया जाना संदेहास्पद है।
इस संबंध में चर्चा के दौरान गोंगपा के संभागीय अध्यक्ष जयनाथ सिंह केराम ने कहा कि कोल उत्खनन के लिए जिस तरह से पेंड़ों की कटाई की जा रही है उससे पर्यावरण का विनाश तय है आने वाले समय में क्षेत्र के लोगों को इसका गंभीर परिणाम भुगतना पड़ेगा। कोयले में लगी आग के धुंआ और खदान के भीतर चलने वाले गाडि़यों के शोर व परिवहन में लगे वाहनों के धुल से लोगों का जीना मुहाल हो गया है। खदान में उत्पान वृद्धि के लिए अंधाधुंध ब्लास्टिंग से प्रतिदिन क्षेत्र के लोग भयपूर्ण वातावरण में जीवन जीने को विवश है कई लोगों के घरों के दीवालों में दरार आ चुका है। इस समस्त समस्याओं को ध्यान में रखते हुए रेल रोकने कोल परिवहन ठप्प करने के संबंध में ज्ञापन सरगुजा एवं सूरजपुर जिला प्रशासन को सौंपा जा चुका है । समयावधि में कार्यवाही नहीं होने के अभाव में गोंडवाना के कार्यकर्ता सड़क पर उतरकर रेल रोको कोल रोको प्रदर्शन तथा जेल भरो आंदोलन की चेतावनी दी है।