जशपुर के नाम नया कीर्तिमान.. बना छत्तीसगढ़ का पहला धुम्रपान मुक्त शहर.. जिला प्रशासन के अथक प्रयास से मिली सफलता

जशपुरनगर. जशपुर नगर छत्तीसगढ़ राज्य का पहला धुम्रपान मुक्त शहर होगा. 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मुख्य समारोह में जशपुर नगर को धुम्रपान मुक्त शहर होने की विधिवत घोषणा की जाएगी. एम्स की सर्वे टीम ने जशपुर नगर को राज्य का धुम्रपान मुक्त शहर होने के संबंध में अपनी रिपोर्ट संचालक स्वास्थ्य सेवाएं छत्तीसगढ़ शासन को दे दी है. स्वास्थ्य संचालक छत्तीसगढ़ ने इस संबंध में कलेक्टर निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर के अथक प्रयासों की सराहना करते हुए गणतंत्र दिवस के अवसर पर जशपुर शहर को धुम्रपान रहित शहर घोषित किए जाने की अनुमति दी है.

जशपुर नगर को धुम्रपान मुक्त शहर होने की गौरवपूर्ण उपलब्धि मिलने से लोग हर्षित हैं. ग़ौरतलब है कि कलेक्टर निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर के मार्गदर्शन में बीते 1 सालों से जशपुरनगर सहित पूरे जिले में तम्बाकू, सिगरेट, गुटका, खैनी तथा तम्बाकू के अन्य उत्पादों के सेवन तथा उसके दुष्परिणाम के बारे में जनजागरूकता का विशेष अभियान संचालित किया जा रहा है. लोगों से तम्बाकू एवं उसके उत्पादों का उपयोग न करने की अपील लगातार की जा रही थी. सार्वजनिक स्थानो पर इसके उपयोग पर रोकथाम लगाने तथा सिगरेट एवं अन्य तम्बाकू उत्पाद अधिनियम 2003 की धारा 4 के प्रावधानों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के संबंध में भी जिला प्रशासन द्वारा कई प्रभावी कदम उठाए गए. स्कूलों के 100 गज के दायरे को यलो लाईन से मार्किंग कराने के साथ ही शैक्षणिक संस्थाओं के आस-पास के ठेलों एवं गुमटियों, दुकानों में तम्बाकू एवं उसके उत्पाद के विक्रय को पूरी तरह प्रतिबंधित करने, सभी कार्यालयों स्कूलों एवं आश्रमों में कोटपा एक्ट की सूचना का भी दीवार लेखन कराए जाने के साथ ही जुर्माने के प्रावधानों को भी उल्लेखित किया गया.परिणाम स्वरूप जिले मेें सिगरेट एवं तम्बाकू के उत्पाद के उपयोग मेें बेहद कमी आई हैं.

एम्स की सर्वे टीम ने 22 एवं 23 जनवरी को जशपुर नगर के सभी सार्वजनिक स्थानों होटलों, बस स्टैण्ड, चैक चैराहों स्थित पानठेलों का सघन मुआयना किया. सभी सार्वजनिक स्थानों एवं पानठेलों में कोटपा एक्ट के पालन संबंधी सूचना का प्रदर्शन पाए जाने के साथ ही एक्ट का कड़ाई से पालन पाए जाने के बाद अपनी रिपोर्ट हेल्थ डिपार्टमेंट को सौंपी. जिसमें टीम ने इस बात का स्पष्ट उल्लेख किया है कि जशपुर नगर में कोटपा के प्रावधानों का क्रियान्वयन 82 प्रतिशत से अधिक रहा है. एम्स की सर्वे टीम की रिपोर्ट के आधार पर स्वास्थ्य संचालक ने कलेक्टर को अपने स्तर से 26 जनवरी को जशपुर शहर को धुम्रपान मुक्त शहर घोषित करने की कार्रवाई की अनुमति दी है. स्वास्थ्य संचालक ने कलेक्टर निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर के प्रयास की सराहना करते हुए उम्मीद जताई है कि जशपुर शहर के साथ-साथ निकट भविष्य में पूरा जशपुर जिला धुम्रपान मुक्त जिला बनेगा.